कोरोना का कहर पूरी दुनिया में जारी है, तमाम देश इससे बचने के लिए तरह-तरह के नियम कायदे बना रहे हैं. इसी बीच जर्मनी में ऐसा नजारा देखने को मिला जहां कोरोना के मद्देनजर लगाई गई पाबंदियों के विरोध में प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को संसद के भीतर घुसने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें रोका और बल प्रयोग करते हुए खदेड़ दिया.
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पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ बर्लिन के आसपास जुलूस निकालते प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने आधे रास्ते में ही रुकने का आदेश दिया. लेकिन कुछ प्रदर्शनकारी राजधानी के भव्य ब्रैंडनबर्ग गेट के पास एक रैली निकालने में सफल रहे.
पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि बहुत से लोग संसद के सामने लगे अवरोधक को तोड़कर राइशटैग (जर्मन संसद) की सीढ़ियों पर चढ़ गए लेकिन भवन के भीतर घुसने में नाकाम रहे.
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने फोर्स पर पत्थर और बोतलें फेंकी जिसके बाद उन्हें बलपूर्वक हटाया गया. इस घटना से पहले दिन भर चले प्रदर्शन में हजारों लोगों ने मास्क पहनने और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए अन्य प्रतिबंधों का विरोध किया.
गृहमंत्री होर्स्ट सीहोफर ने घटना की निंदा की और कहा कि राइशटैग संसद है और यह देश के उदारवादी लोकतंत्र का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि दंगाइयों द्वारा इस स्थान का गलत कार्यों के लिए इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.