Advertisement

विश्व

क्या गाजा में इजरायल की शातिर चाल में फंस गया हमास?

aajtak.in
  • यरुशलम,
  • 15 मई 2021,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST
  • 1/12

यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद में भड़की हिंसा के बाद से इजरायल और फिलिस्तीन में संघर्ष चल रहा है. फिलिस्तीन के सशस्त्र चरमपंथी गुट हमास के रॉकेट हमलों के जवाब में इजरायल गाजा पट्टी के इलाकों में एयरस्ट्राइक कर रहा है. शुक्रवार की आधी रात को इजरायली सेना ने हमास के खिलाफ अपने ऑपरेशन में 160 लड़ाकू विमानों के जरिये 40 मिनट तक बमबारी की. इसमें इजरायली सेना एयरस्ट्राइक और सर्विलांस से बचने के लिए हमास द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सुरंगों के एक नेटवर्क को नष्ट करने में सफल रही. बताया जा रहा है कि इजरायली सेना ने जाल बिछाया और फिर सुरंग पर निशाना साधा जिससे झांसे में आकर हमास के दर्जनों लड़ाके मारे गए. 

(फोटो-Getty Images) 

  • 2/12

इजरायल के पत्रकारों का आरोप है कि इजरायल की सेना ने मीडिया का इस्तेमाल कर हमास को अपने जाल में फंसाया और इसकी वजह से संभवत: हमास के दर्जनों लड़ाके मारे गए. 

(फोटो-Getty Images)  

  • 3/12

एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना ने मीडिया के लिए बयान जारी किया कि इजरायली एयरफोर्स और आर्मी ने गाजा स्ट्रिप पर धावा बोल दिया है. इस बयान ने इन अटकलों को हवा दी गई कि इजरायल ने गाजा पर जमीनी हमला कर दिया है. कुछ रिपोर्टर्स ने यहां तक बोल दिया कि अटैक शुरू हो गया है. 

(फोटो-Getty Images)  

Advertisement
  • 4/12

बहरहाल, बयान जारी करने के चंद ही घंटों बाद सेना ने एक 'स्पष्टीकरण' जारी किया कि गाजा के भीतर कोई इजरायली सेना नहीं है, लेकिन तब तक कई बड़े मीडिया संस्थान यह जानकारी दे चुके थे कि जमीनी हमला शुरू हो गया है. इस बीच, हमास के लड़ाके मेट्रो के रूप में जानी जाने वाली सुरंगों के भूमिगत नेटवर्क में रक्षात्मक स्थलों पर चले गए.

(फोटो-Getty Images)  
 

  • 5/12

इजरायली सेना ने बताया कि उसने 160 लड़ाकू विमानों के जरिये 40 मिनट तक उन सुरंगों पर बमबारी की, जहां हमास के लड़ाके सुरक्षा के लिहाज से चले गए थे. इजरायल के 'चैनल 13 टीवी' के पत्रकार ओर हेलर ने बताया, उनका मानना है कि इस दौरान सैकड़ों चरमपंथी मारे गए.

(फोटो-Getty Images)  
 

  • 6/12

हालांकि सेना ने इसे गलतफहमी के चलते की गई रिपोर्टिंग करार दिया, लेकिन इजरायली पत्रकारों ने कहा है कि हमास के चरमपंथियों को खतरनाक जाल में फंसाने के लिए मीडिया का इस्तेमाल किया गया. इसके चलते संभवत: दर्जनों लड़ाके मारे गए. पत्रकार हेलर ने कहा, 'उन्होंने (इजरायली सेना) झूठ नहीं बोला. उन्होंने छल किया. उन्होंने चतुराई की और यह सफल रहा.'

(फोटो-Getty Images)  

Advertisement
  • 7/12

असल में, गुरुवार को रिपोर्ट आईं कि इजरायल ने गाजा की सीमा पर अपने सैनिकों और टैंकों की तैनाती कर दी है. इजरायल के हजारों सैन्य जवानों की तैनाती बात कही गई और जमीनी कार्रवाई की अटकलें लगाई जाने लगीं. अपनी शातिर चाल को और पुख्ता बनाने के लिए इजरायली टैंकों ने सीमा से गाजा में गोले दागे. इसका नतीजा यह हुआ कि गाजा में भारी तबाही देखने को मिली और काफी लोग हताहत हुए.

(फोटो-Getty Images)  

  • 8/12

पत्रकार हेलर ने बताया कि गुरुवार देर रात इजरायल ने अपनी सैन्य गतिविधियां ऐसे बढ़ाई जैसे लग रहा हो, मानो अब वो गाजा में जमीन वार शुरू करने वाले हैं. ऐसा लग रहा था कि इजरायली सेना हमले की अंतिम तैयारी कर रही है. इसके बाद इजरायली सेना ने मीडिया में बड़े हमले को अंजाम देने का ऐलान किया. ट्विटर पर हिब्रू और अरबी में एक साथ बयान जारी किए गए. इसका असर ये हुआ कि प्रमुख मीडिया आउटलेट्स ने बड़े अटैक का अलर्ट जारी कर दिया.   

(फोटो-Getty Images) 

  • 9/12

हेलर और अन्य इजरायली रिपोर्टों के अनुसार, हमास इजरायली चालों में फंस गया और उसके लड़ाके मेट्रो के रूप में जानी जाने वाली सुरंगों में भूमिगत नेटवर्क में चले गए. इसी दौरान इजरायल ने 160 लड़ाकू विमानों के जरिये इन सुरंगों पर 40 मिनट तक बमबारी की जिसमें दर्जनों हमास लड़ाके मारे गए. 

(फोटो-Getty Images)  

Advertisement
  • 10/12

हेलर ने बताया, "शुक्रवार रात हमने जो देखा वह एक बहुत ही परिष्कृत ऑपरेशन था जिसका मीडिया एक पहलू था." हालांकि हमास की तरफ से इस घटना पर अब तक टिप्पणी नहीं आई है और इजरायली रिपोर्टों की पुष्टि करना असंभव है. 

(फोटो-Getty Images)  
 

  • 11/12

हेलर ने बताया कि सीनियर इजरायली रिपोर्टर्स, जिनके सेना के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, उन्हें यह बात पता थी कि इस स्थिति में इजरायल दुश्मन की सीमाओं के पार अपनी सेना नहीं भेज रहा. हेलर और अन्य सैन्य संवाददाताओं ने यहां तक कि ट्विटर पर बयान देकर परेशान लोगों को आश्वस्त किया कि जमीनी स्तर पर कोई अटैक होने नहीं जा रहा है. 

(फोटो-Getty Images) 

  • 12/12

एसोसिएटेड प्रेस ने सेना के बयान, सैन्य अधिकारियों के फोन कॉल और गाजा में जमीनी रिपोर्टिंग के अपने विश्लेषण के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि कोई जमीनी घुसपैठ नहीं हुई थी. इसकी कोई रिपोर्ट भी नहीं थी. पत्रकारों का कहना है कि इजरायली सेना ने हमास के लड़ाकों को अपनी जाल में फंसाने के लिए मीडिया को गुमराह किया और इंटरनेशनल मीडिया का अपने पक्ष में इस्तेमाल किया.  

(फोटो-Getty Images) 

Advertisement
Advertisement