Advertisement

विश्व

फिलिस्तीन पर ताबड़तोड़ एयरस्ट्राइक के बीच चीन पर क्यों भड़का इजरायल?

aajtak.in
  • बीजिंग,
  • 20 मई 2021,
  • अपडेटेड 9:34 AM IST
  • 1/9

इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच संघर्ष दुनिया के अन्य हिस्सों में भी किसी न किसी रूप में चर्चा में है. चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित इजरायली दूतावास ने एक चीनी टेलीविजन पर घोर यहूदी विरोधी कार्यक्रम प्रसारित करने का आरोप लगाया है. इजरायली दूतावास का आरोप है कि चीन में सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने गाजा पर एयरस्ट्राइक को लेकर परिचर्चा का एक कार्यक्रम प्रसारित किया जो कि 'घोर यहूदी विरोधी' था. इस कार्यक्रम के खिलाफ इजरायल ने चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया है. 

फोटो-AP

  • 2/9

इजरायल ने चीनी चैनल के विदेशों में प्रसारित होने वाले एक कार्यक्रम पर यहूदी विरोधी भावना के साथ काम करने का आरोप लगाया है. इजरायली दूतावास ने ट्वीट किया, 'हमें उम्मीद थी कि 'दुनिया पर यहूदियों का नियंत्रण है' जैसी साजिशों का समय खत्म हो गया है. लेकिन दुर्भाग्य से यहूदी-विरोध ने अपना बदसूरत चेहरा फिर से दिखाया है.' इजरायल ने कहा, 'हम चीन के एक सरकारी टीवी चैनल पर यहूदी विरोधी भावना को देखकर स्तब्ध हैं.' 


फोटो-AP

  • 3/9

फिलहाल, इजरायली दूतावास के सवाल पर कहा गया है कि बुधवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से यह साफ पता नहीं चल पाया है कि तीन मिनट के सेगमेंट में क्या आपत्तिजनक था. टीवी चैनल के मामले में जांच किए जाने की बात कही है.  

फोटो-AP

Advertisement
  • 4/9

असल में, मंगलवार को सीजीटीएन चैनल पर एंकर झेंग जुनफेंग ने सवाल किया कि क्या इजरायल का अमेरिकी समर्थन वास्तव में साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है? इस पर कुछ लोगों का मानना ​​था कि अमेरिकी विदेश नीति इजरायल के समर्थन में इसलिए दिखती है क्योंकि वहां के नीति निर्माताओं पर अमेरिका के धनी यहूदियों और उनकी लॉबी का खासा प्रभाव है. 

फोटो-AP

  • 5/9

एंकर झेंग जुनफेंग का कहना था कि यहूदी कारोबार और इंटरनेट की दुनिया में हावी हैं. कुछ लोगों का कहना था कि हो सकता है कि यहूदियों की मजबूत लॉबी हो? टीवी चैनल के एंकर ने अमेरिका पर अपने कट्टर प्रतिद्वंदी चीन को मात देने के लिए मध्य-पूर्व में इजरायल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. एंकर ने यह भी कहा कि अमेरिका अरब देशों को मात देने के लिए छद्म अभियान चला रहा है.

फोटो-AP

  • 6/9

फिलहाल, सीजीटीएन चैलन को चलाने वाले सीसीटीवी ब्रॉडकास्टिंग की तरफ से कोई तत्काल बयान नहीं आया है. चीन का यह टीवी चैनल रूस के आरटी टीवी चैनल की तर्ज पर विदेशों के लिए कार्यक्रम का प्रसारण करता है. 

फोटो-AP

Advertisement
  • 7/9

चीन लंबे समय से फिलिस्तीन का मजबूत समर्थक रहा है. अभी चीन के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजरायली हिंसा की निंदा करने वाले एक बयान को जारी करने से रोकने के लिए अमेरिका को निशाने पर लिया है. हालांकि चीन के इजरायल के साथ भी राजनयिक और आर्थिक संबंध हैं. 1992 में इजरायल के साथ औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित करने के बाद से, बीजिंग ने यहूदी बहुल देश के साथ आर्थिक, तकनीकी और सैन्य संबंधों को आगे बढ़ाया है. चीन ने इजरायल से ड्रोन खरीदे हैं. 

फोटो-AP

  • 8/9

सुरक्षा परिषद में इजरायल की हिंसा के खिलाफ बयान जारी करने से रोकने को लेकर चीन अमेरिका की आलोचना कर रहा है. चीन का कहना है कि मानवाधिकारों के झंडाबरदार और मुस्लिमों का शुभचिंतक बताने वाले अमेरिका को फिलिस्तीनी मुस्लिमों की भी चिंता होनी चाहिए. 

फोटो-AP

  • 9/9

चीन ने फिलिस्तीनियों पर इजरायली हमले को लेकर अमेरिका से अपना रुख साफ करने को कहा है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स का कहना था कि फिलीस्तीनियों की हत्या ने वैश्विक आक्रोश पैदा कर दिया है. इजरायल का अमेरिकी पक्षपात मानवता के खिलाफ है.      
 
फोटो-AP

Advertisement
Advertisement
Advertisement