अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने मार्स यानी मंगल ग्रह की पहली ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की. 10 सेकंड के इस ऑडियो क्लिप में बहुत मामूली आवाज है. नासा ने रोवर का वीडियो शेयर कर इसे मंगल ग्रह पर कैसे लैंड करें, नाम दिया है. नासा के इस ऑडियो और वीडियो से लाल ग्रह के बारे में इंसान की और ज्यादा समझ बढ़ी है. नासा के रोवर में लगे कैमरों ने पहली बार दुनिया को दिखाया है कि मंगल ग्रह पर किस तरह से लैंडिंग होती है.
(Photo: Nasa)
नासा द्वारा जारी किया गया यह वीडियो 3 मिनट 25 सेकंड का है, इस वीडियो में तीन फ्रेम हैं. इसमें दिखता है कि रोवर ने कैसे लैंडिंग की. हीट शील्ड और पैराशूट भी नजर आते हैं. इसी वीडियो में नासा के स्टाफ की खुशी के पल भी जोड़ा गया हैं. नासा ने कहा- यह इतिहास में पहली बार हुआ जब मार्स पर लैंडिंग का वीडियो और तस्वीरें ली गई हैं. रोवर ने मंगल ग्रह पर उतरने की कुल 23000 तस्वीरें भेजी हैं.
रोवर ने पैराशूट की मदद से मंगल ग्रह की लाल धरती पर लैंड करने के एक एक पल को कैमरे में कैद किया है. चार दिन पहले यानी 19 फरवरी को पर्सिवरेंस रोवर धरती से टेकऑफ करने के सात महीने बाद सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर लैंड हुआ था. रिकॉर्ड 25 कैमरे वाले पर्सिवरेंस रोवर ने अलग-अलग एंगलों से मंगल की लाल बजरी वाली धरती को कैद किया है. मंगल ग्रह की सतक के इतने करीब का वीडियो पहली बार सामने आया है. वीडियो के मुताबिक, मंगल ग्रह की सतह उबड़-खाबड़ है. सतह पर बीच बीच में बड़े गड्ढे भी दिखाई दे रहे हैं.
नासा के हवाले से कहा गया है कि गुरुवार को जब पर्सिवरेंस ने मार्स पर लैंडिंग की थी उस दौरान इसके माइक्रोफोन ने काम करना अचानक बंद कर दिया था. यही वजह है कि लैंडिंग के दौरान का इसका ऑडियो सामने नहीं आ सका था. हालांकि, इसके बाद माइक्रोफोन ने काम करना शुरू कर दिया और अब इसकी पहली क्लिप नासा ने जारी की है.
रोवर में एक हेलीकॉप्टर लगा है जिसे Ingenuity नाम दिया गया है. यह रोवर मंगल ग्रह पर उतरने के बाद नासा के वर्ष 2006 में भेजे गए ऑर्बिटर की मदद से अपना डेटा और तस्वीरें भेज रहा है. नासा के 5 कैमरों ने एक साथ रोवर के मंगल ग्रह पर उतरने को रिकॉर्ड किया. इस दौरान यह क्राफ्ट सात मिनट में 12 हजार मील प्रतिघंटे की रफ्तार से 0 मील प्रति घंटे की रफ्तार पर आ गया और सतह पर लैंड कर गया.