Advertisement

विश्व

इमरान के मंत्री ने की भारत को नीचा दिखाने की कोशिश, बुरी तरह घिरे

aajtak.in
  • 28 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 6:06 PM IST
  • 1/8

पाकिस्तान के विज्ञान एवं तकनीक मंत्री फवाद चौधरी हमेशा अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं. इस बार उन्होंने एक पाकिस्तानी डेली सोप की तारीफ की और साथ ही भारतीय कलाकारों को नीचा दिखाने की कोशिश की. हालांकि, वे अपने इस ट्वीट को लेकर अपने ही देश में बुरी तरह घिर गए.

  • 2/8

इन दिनों पाकिस्तान में एक ड्रामा सीरियल 'मेरे पास तुम हो' काफी लोकप्रिय साबित हो रहा है. पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने सीरियल बनाने वाली टीम को बधाई दी. इसी के साथ नेटफ्लिक्स और एमेजॉन से पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री में निवेश करने की भी अपील भी कर डाली.

  • 3/8

पाकिस्तान में इस सीरियल की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके आखिरी एपिसोड को सिनेमाघरों में दिखाया गया. फवाद चौधरी ने भी इस सीरियल को 'एपिक ड्रामा सीरियल' करार दिया.

Advertisement
  • 4/8

फवाद चौधरी ने ट्वीट में एक बार फिर भारत को घसीटा. उन्होंने कहा, पाकिस्तान में भारत से ज्यादा टैलेंटेड लोग हैं. हमारा संगीत भी आपसे ज्यादा अच्छा है, (सुनकर) आप पछताएंगे नहीं.

  • 5/8

पाकिस्तान में उनके इस ट्वीट को लेकर विरोध शुरू हो गया. पाकिस्तान की सरकार ने सरमद खूसत की फिल्म जिंदगी तमाशा पर बैन लगाया हुआ है जिसे लेकर ट्विटर यूजर्स ने अपनी नाराजगी जाहिर की. सिंगर अली गुल पीर ने मंत्री से कहा कि पहले सेंसर बोर्ड से पास हुई फिल्म को तो सिनेमाघर में रिलीज हो जाने दीजिए, उसके बाद नेटफ्लिक्स से निवेश की अपील करिए.

  • 6/8

वहीं, अहमद नकवी नाम के एक यूजर ने सुझाव दिया कि नेटफ्लिक्स से गुहार लगाने के बजाय आप खुद ही पाकिस्तान में क्यों निवेश नहीं करते हैं.

Advertisement
  • 7/8

'मेरे पास तुम हो' सीरियल में महिला किरदार को नकारात्मक भूमिका में दिखाया गया है जो एक अमीर प्रेमी के लिए अपने गरीब पति को छोड़ देती है. कई फेमिनिस्ट्स ने फवाद चौधरी को महिला विरोधी सीरियल की तारीफ करने को लेकर भी निशाने पर लिया.

  • 8/8

बता दें कि जिंदगी तमाशा की रिलीज तहरीक-ए-लबाइक पाकिस्तान (टीएलपी) की आपत्ति के बाद रोक दी गई है.
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की सहयोगी फिरदौस अवान ने कहा था कि प्रोड्यूसर्स को फिल्म की रिलीज रोकने का निर्देश दिया गया है लेकिन सरकार जल्द ही फिल्म पर राय को लेकर 'काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडियोलॉजी' से संपर्क करेगी. हालांकि, काउंसिल ने यह कहकर राय देने से इनकार कर दिया कि फिल्मों पर राय देना हमारा काम नहीं है.

Advertisement
Advertisement