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राजनाथ सिंह के बयान से PAK को लगी मिर्ची, कहा- आक्रामक रुख छोड़ दे भारत

aajtak.in
  • 13 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सीमा विवाद को लेकर दिए बयान पर पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान और चीन एक मिशन के तहत भारत के साथ सीमा विवाद पैदा कर रहे हैं. पाकिस्तान ने इस टिप्पणी को गैर-जरूरी और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की टिप्पणी ये दिखाती कि उनकी सरकार पाकिस्तान को लेकर कितनी ज्यादा ऑब्सेस्ड है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान-चीन की दोस्ती के खिलाफ भारत के कथित प्रोपेगैंडा की भी आलोचना की.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि ऐसा देश जो विस्तारवादी नीति पर चल रहा है और आतंकवाद को प्रोत्साहित कर रहा है, उसका दूसरे देशों पर ऐसे आरोप लगाना हास्यास्पद है.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, वैश्विक समुदाय को अंदाजा है कि आरएसएस-बीजेपी की मौकापरस्त सरकार क्षेत्र की शांति, स्थिरता और सुरक्षा को खतरे में डाल रही है. भारत खुद ना केवल पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद पैदा कर रहा है बल्कि उनके शांतिपूर्ण समाधान से भी दूर भाग रहा है.

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पाकिस्तान ने कहा, क्षेत्र की शांति और स्थिरता को खतरे में डालने, हिंदू अतिवादियों और अखंड भारत की विचारधारा को उपकरण के तौर पर इस्तेमाल करने के बजाय भारत को अपनी गलतियां सुधारनी चाहिए. भारत को अपना आक्रामक एजेंडा छोड़कर पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद सुलझाने चाहिए.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी सोमवार को कश्मीर को लेकर अपनी भड़ास निकाली. कुरैशी ने दावा किया कि पाकिस्तान ने कश्मीर पर भारत के नैरेटिव का सही तरीके से काउंटर किया और उनकी विदेश नीति सफल रही.

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कुरैशी ने कहा, आज अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मीडिया भारत के नैरेटिव पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं कर रहा है बल्कि वो उससे सवाल पूछ रहा है. आज पाकिस्तान भारत के नैरेटिव को सफलतापूर्वक काउंटर कर रहा है.

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विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि अमेरिका में 9/11 हमले के बाद भारत ने कश्मीरियों के आत्म-निर्णय के अधिकार की लड़ाई को बड़ी चालाकी के साथ आतंकवाद से जोड़ दिया था. एक तरफ भारत कश्मीर में मासूम लोगों की जान ले रहा था और दूसरी तरफ उन पर और पाकिस्तान पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगा रहा था. लेकिन जब हम आतंकवाद के खिलाफ नेशनल ऐक्शन प्लान लेकर आए तो ना केवल हमने आतंकवाद को हराया बल्कि पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच बिगड़ी छवि को भी सुधारा.

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कुरैशी ने आगे कहा, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के सक्रियता की वजह से आज यूरोपीय संसद और दुनिया की मीडिया में कश्मीर पर पाकिस्तान के नैरेटिव को सुना जा रहा है. पाकिस्तान अब समस्या नहीं बल्कि समाधान की तरह देखा जा रहा है. अफगान शांति प्रक्रिया में पूरी दुनिया पाकिस्तान की भूमिका की सराहना कर रही है.

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