जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को एक साल पूरे होने वाले हैं. इस मौके पर पाकिस्तानी सेना कश्मीर घाटी में सोशल मीडिया के जरिये नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है. 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था जिसके बाद से ही पाकिस्तान ने अलग-अलग मंचों से इस मुद्दे को उठाने की तमाम कोशिशें कीं लेकिन पूरी तरह नाकाम रहा. ऐसे में पाकिस्तान कभी मार्च निकालता है तो कभी कश्मीरी दिवस मनाता है. इस बार पाकिस्तान की आर्मी मीडिया विंग ने कश्मीर को लेकर एक गाना रिलीज किया लेकिन उसका ये दांव पूरी तरह उल्टा पड़ गया.
पाकिस्तानी आर्मी ने कश्मीर को लेकर गाना रिलीज किया तो पाकिस्तानी ही इसे लेकर ट्रोल करने लगे. गाना रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर हैशैटग ISPR ट्रेंड करने लगा और पाकिस्तानी नाराजगी जाहिर करने लगे.
डेवलपिंग पाकिस्तान नाम से ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, हम कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए क्या कर रहे हैं- सड़कों का नाम बदल रहे हैं, नए गाने रिलीज कर रहे हैं, बयानबाजी कर रहे हैं और नारा लगा रहे हैं.
पाकिस्तानियों ने अपनी ही सेना की बखिया उधेड़ी और कहा कि सरकार टैक्सपेयर्स का पैसा बर्बाद कर रही है. पाकिस्तान में लोग अब अपनी सेना की फर्जी स्टंटबाजी को लेकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.
तमाम पाकिस्तानी यूजर्स मीम्स भी शेयर कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि अगर पाकिस्तान में कोई आतंकी हमला होगा तो हमारी सेना गाना रिलीज करेगी.
पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर प्रोपेगैंडा फैलाने की हर कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 5 अगस्त को मुजफ्फराबाद जाएंगे, जहां वह असेंबली में कश्मीरी लोगों के प्रति सहानुभूति जाहिर करेंगे. इसे लाइव दिखाया जाएगा. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, फेक ट्विटर हैंडल से फर्जी खबरें फैलाने की कोशिशें भी की जाएंगी. पाकिस्तान में 5 अगस्त को ब्लैक डे के रूप में प्रचारित किया जाएगा.