पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के सुप्रीमो नवाज शरीफ ने पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नवाज शरीफ ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि उनकी बेटी मरियम नवाज को पाकिस्तानी सेना की ओर से जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. नवाज शरीफ ने कहा कि अगर मरियम के साथ कुछ बुरा होता है तो इसके जिम्मेदार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा, आईएसआई चीफ जनरल फैज हमीद और जनरल इरफान मलिक होंगे.
नवाज शरीफ ने ये भी आरोप लगाया कि इमरान खान ने जो विश्वास मत हासिल किया, उसमें भी धांधली हुई थी. हाल ही में, इमरान खान ने नेशनल एसेंबली में 178 वोट हासिल कर विश्वास मत साबित किया था. वहीं, विपक्ष ने इस वोटिंग का बहिष्कार किया था.
नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान को जबरन थोपा था जिसने पाकिस्तान को बर्बादी की तरफ धकेल दिया.उन्होंने कहा, "सीनेट चुनाव में हुकूमती उम्मीदवार की शिकस्त के फौरन बाद आपने (सेना) जिस तरह से विश्वास मत लेने में अपने सिलेक्टेड प्रधानमंत्री इमरान खान की मदद की, वो किसी से छिपा नहीं है. इसके बाद भी पाकिस्तानी सेना कहती है कि हमें राजनीति में न घसीटा जाए."
शरीफ ने अपने वीडयो संदेश में कहा, "सीनेट इलेक्शन साल 2018 के चुनाव का रिप्ले था. इसमें धांधली के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए गए. पाकिस्तान की लोकतांत्रिक व्यवस्था और नैतिक मूल्यों को पैरों तले रौंदते हुए आप इस हद तक गिर चुके हैं कि आपने पहले कराची में बवाल किया, रात के वक्त मरियम नवाज के होटल रूम का दरवाजा तोड़ दिया और अब उसे धमकियां दे रहे हैं कि वो बाज ना आई तो उसे मार दिया जाएगा. मरियम जिस जुर्रत और ईमान के साथ लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रही हैं, उनकी हिफाजत अल्लाह करेगा. मैं खुदाई लहजे में धमकी देने वालों को आगाह करना चाहता हूं कि अगर किसी ने मरियम के साथ कुछ गलत किया तो उसके जिम्मेदार इमरान खान के अलावा, जनरल कमर जावेद बाजवा, फैज हमीद, जनरल इरफान मलिक होंगे. जो कुछ आपने किया है और जो करते चले जा रहे हैं, ये संगीन जुर्म है. आपको बहुत जल्द हिसाब देना पड़ेगा."
नवाज शरीफ ने ये मैसेज लंदन से ही रिकॉर्ड किया है जहां वह दिसंबर 2019 से हैं. साल 2019 में इलाज के लिए केंद्र सरकार ने उन्हें विदेश यात्रा की अनुमति दी थी. सितंबर 2020 में शरीफ ने लंबे समय से कायम अपनी चुप्पी तोड़ी और सेना पर राजनीति में दखल करने का आरोप लगाया. शरीफ उसके बाद से कई मौकों पर सेना पर निशाना साधते रहे हैं.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने भी इसे लेकर एक ट्वीट किया. मरियम ने कहा कि उन्हें सिर्फ धमकाया ही नहीं गया बल्कि उनके लिए अपमानजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया गया. मरियम ने इससे पहले कहा था कि उनकी पार्टी के सीनेटर्स को बुलाकर कहा जा रहा है कि वे पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के उम्मीदवार के लिए वोट ना करें.
मरियम नवाज ने रविवार को आरोप लगाया कि नेशनल एसेंबली के सदस्यों को प्रधानमंत्री इमरान खान के पक्ष में वोट करने के लिए मजबूर किया गया. मरियम ने कहा कि एसेंबली के जिन सदस्यों ने इसका प्रतिरोध किया, उन्हें सीक्रेट एजेंसियों के लोगों ने चार घंटे तक एक कंटेनर में बंद रखा. मरियम नवाज ने कहा कि इमरान खान की पीटीआई सरकार ने संसद को एक बंकर में तब्दील कर दिया है और सरकार में शामिल लोगों को जिम्मेदारी दी गई कि वो एसेंबली के लोगों का वोट खरीदें और सुनिश्चित करें कि इमरान खान विश्वास मत हासिल करने में कामयाब हों.
दरअसल, इमरान खान ने सीनेट चुनाव में इस्लामाबाद की जनरल सीट पर अपने उम्मीदवार अब्दुल हाफिज शेख के हार जाने के बाद खुद विश्वास मत लाने की बात कही थी.