हाई कोर्ट के आदेश के बाद याचिकाकर्ता गुस्से में आ गए. कुछ ही देर में शाहबाग इलाके में सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर जुट गए जिससे रास्ता पूरी तरह से जाम हो गया.
ढाका यूनिवर्सिटी के सैकड़ों छात्रों ने मंगलवार को सबसे व्यस्त चौराहे को करीब डेढ़ घंटे ब्लॉक रखा. छात्रों ने चुनाव आयोग को चुनाव की तारीख बदलने के लिए एक दिन का वक्त दिया है.
ढाका यूनिवर्सिटी में जगन्नाथ हाल स्टूडेंट यूनियन के उपाध्यक्ष और प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे उत्पल बिस्वास ने संवाददातओं से कहा, अगर चुनाव आयोग बुधवार दोपहर 12 बजे तक हमारी मांगें नहीं मानता है तो हम आयोग की घेराबंदी कर लेंगे.
सुप्रीम कोर्ट के वकील व याचिकाकर्ता अशोक कुमार घोष ने मीडिया से बातचीत में कहा, हम व्यथित हैं और इस आदेश के खिलाफ अपील डिवीजन में जाएंगे.
22 दिसंबर को चुनाव आयोग ने ऐलान किया था कि ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन (DSCC) और ढाका नॉर्थ सिटी कॉरपोरेशन (DNCC) के चुनाव 30 जनवरी को कराए जाएंगे. आयोग के फैसले के खिलाफ हिंदू समुदाय ने तुरंत विरोध जताया क्योंकि 29-30 जनवरी के बीच सरस्वती पूजा का त्योहार मनाया जाना है.
यह मामला इसलिए भी और ज्यादा उलझ गया क्योंकि सरकार द्वारा मान्य स्कूल कैलेंडर में भी 29 जनवरी को अवकाश घोषित किया गया है.
पूजा उद्जापन परिषद और बांग्लादेश बुद्धिस्ट क्रिस्चियन यूनिटी काउंसिल समेत तमाम हिंदू संगठनों ने चुनाव आयोग से त्योहार मनाने के लिए चुनाव की तारीख बदलने की मांग की है.
दोनों कॉरपोरेशन के कई शैक्षणिक संस्थान सरस्वती पूजा धूमधाम से मनाते हैं लेकिन चुनाव के दौरान इन्हीं संस्थानों को पोलिंग सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.