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विश्व

साल 2019: दक्षिण एशिया ने सुना बालाकोट का धमाका, भारत ने घर में घुसकर दफन किया आतंक

पन्ना लाल
  • 10 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 5:01 PM IST
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दक्षिण एशिया की राजनीति में साल 2019 उथल-पुथल लेकर आया. इन हलचलों का इतना व्यापक प्रभाव रहा कि दक्षिण एशिया की सियासत हमेशा के लिए बदल गई. पाकिस्तान छोड़कर भारत के अपने दूसरे पड़ोसियों से रिश्ते अच्छे रहे. पूरे साल परमाणु संपन्न दो पड़ोसियों भारत-पाकिस्तान के बीच तलवारें खिंची रहीं और नौबत युद्ध तक आ गई. इस दौरान पाकिस्तान घोर आर्थिक संकट से दो-चार होता रहा और दिवालिया होने की कगार तक पहुंच गया. (फोटो- ANI)

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14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. इस हमले में 40 भारतीय जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी. भारत ने बदले की कार्रवाई की. 26 फरवरी को भारत के लड़ाकू मिराज विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट में बने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बम बरसाए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के एक्शन में 200 से 300 आतंकी मारे गए.
(बालाकोट के पास का दृश्य, फोटो-रॉयटर्स)

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भारत की जवाबी कार्रवाई में वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के F-16 फाइटर प्लेन को मार गिराया, लेकिन इस प्रक्रिया में उनका प्लेन पाक अधिकृत कश्मीर में क्रैश लैंड हो गया. पाकिस्तान ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, लेकिन भारत के दबाव में मात्र 48 घंटे में उन्हें रिहा कर दिया गया. 5 अगस्त को भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को हटाया तो पाकिस्तान बिलबिला पड़ा.
(विंग कमांडर अभिनंदन, फाइल फोटो)

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2019 में भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों में और मजबूती आई. इस साल जून में बिश्केक में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अशरफ गनी के बीच मुलाकात हुई. इसके बाद सितंबर में राष्ट्रपति गनी भारत दौरे पर आए. इस साल दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 1 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया.
(फोटो-रॉयटर्स)

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भारत और बांग्लादेश के रिश्ते 2019 में हिचकोले खाते रहे. भारत में NRC, नागरिकता संशोधन कानून और रोहिंग्या मुसलमानों की चर्चा ने दोनों देशों की दोस्ती में कड़वाहट पैदा कर दी है. बांग्लादेश में हिन्दुओं पर जुल्म की खबरों ने भी भारत में बेचैनी पैदा की है. इस साल दोनों देशों ने ट्रांसपोर्ट, कनेक्टिविटी और संस्कृति आदान-प्रदान के क्षेत्र में 7 समझौते पर हस्ताक्षर किए. बांग्लादेश को उम्मीद थी कि तीस्ता जल विवाद पर बात आगे बढ़ेगी, लेकिन इस मुद्दे पर बात आगे नहीं बढ़ पाई.
(फोटो-रॉयटर्स)

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साल 2019 में जब श्रीलंका में आतंकी हमले हुए तो भारत ने सिर्फ श्रीलंका से सहानुभूति जताई, बल्कि भारत ने जांच में भी मदद देने की घोषणा की. इस साल नवंबर में श्रीलंका में नई सरकार का गठन हुआ, तो भारत ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को सबसे पहले भारत आने का न्यौता दिया. राजपक्षे राजपक्षे को चीन समर्थक माना जाता है. लिहाजा भारत ने उन्हें अपने खेमे में लेने की कोशिश की.
(फोटो-रॉयटर्स)

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2019 में भारत-नेपाल के संबंध सामान्य रहे. सितंबर 2019 में भारत-नेपाल ने मोतिहारी-अमलेकगंज ऑइल पाइपलाइन प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया. इस पाइपलाइन की वजह से चारों ओर जमीन से घिरे नेपाल को पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई हो सकेगी. हालांकि भारत-नेपाल की दोस्ती में खटास तब आई, जब भारत ने अपने नक्शे में कालापानी नाम के जगह को अपना हिस्सा दिखाया. नेपाल इस स्थान को अपना क्षेत्र मानता है. (फोटो-रॉयटर्स)

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भारत और भूटान दक्षिण एशिया के विश्वस्त सहयोगी रहे हैं. भूटान के साथ भारत के संबंधों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2019 में विदेश मंत्री बनने के बाद एस. जयशंकर ने भारत की पड़ोसी पहले नीति के तहत अपनी पहली विदेश यात्रा के लिये भूटान को चुना था. दोनों देशों के बीच रिश्ते गर्मजोशी भरे रहे. (फोटो-रॉयटर्स)

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