Taliban Afghanistan News: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) में भी तालिबान की एंट्री हो गई है. तालिबान के लड़ाकों (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के काबुल में कदम रख लिया है. तालिबानी आतंकी इससे पहले सभी बॉर्डर क्रासिंग को कब्जे में ले चुके हैं. वहीं सोशल मीडिया (Social Media) पर Kabul को लेकर यूजर्स कमेंट कर रहे हैं.
(सभी फोटो- गेटी)
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, तालिबान का कहना है कि 'उनकी अफगान राजधानी को "जबरदस्ती" लेने की कोई योजना नहीं है.' वे सबकुछ ट्रांजिशन फेज (सत्ता परिवर्तन) से चाहते हैं. तालिबान ने रविवार को इस बाबत एक बयान जारी किया है. ये बयान तब आया जब उसके लड़ाके काबुल के बाहरी इलाके में प्रवेश कर गए थे.
तालिबान ने यह भी कहा है कि वे आम लोगों या सेना के खिलाफ कोई बदले की कार्रवाई या हमला नहीं करेंगे, वे इसका 'वादा' देते हैं. साथ ही कहा कि तालिबान उन सभी को 'माफ' कर रहा है. सबको घर ही रहने की धमकी दी गई है और कहा गया है कि कोई देश छोड़ने की कोशिश भी ना करे.
उधर, सोशल मीडिया पर #AfghanistanBurning हैशटैग के साथ लोग तरह-तरह से कमेंट्स कर रहे हैं. नेटिज़न्स (Netizens) का कहना है, उन्होंने 'कभी नहीं सोचा था कि चीजें इस स्तर तक आएंगी.' कई यूजर्स नाटो सेना या अमेरिका के पीछे हटने और अफगान लोगों को फंसे छोड़ने के लिए भी आलोचना कर रहे हैं.
Never thought that things will come to this pass. US requesting Taliban to spare their embassyhttps://t.co/iS4yBiyaki#AfghanistanBurning
— Sanjeev Gupta (@sanjg2k1) August 14, 2021इससे पहले तीन अफगान अधिकारियों ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि तालिबानी लड़ाके राजधानी काबुल के कलाकन, काराबाग और पगमान जिलों में दाखिल (Taliban Enter Kabul) हो चुके हैं. इस पर #saveafghanistan हैशटैग के साथ एक और यूजर ने लिखा कि अफगानिस्तान को बचाने के लिए आवाज उठाएं. ऐसा लग रहा है कि ये देश विश्व राजनीति के कारण पीड़ित है.
एक अन्य यूजर ने लिखा- तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के अधिकांश हिस्से पर कब्जा करने की जिम्मेदारी अमेरिका को लेनी चाहिए क्योंकि उन्होंने पाकिस्तानियों को खुली छूट दी है, गौरतलब है कि तालिबान के दमनकारी शासन में वापसी के डर से हजारों अफगान अपने घरों से भाग गए हैं.
वहीं, पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि तालिबान ने बीते दिन ही तोरखम बॉर्डर पार कर लिया है. उन्होंने जियो टीवी को बताया कि पाकिस्तान ने इसकी वजह से वहां बॉर्डर पार यातायात रोक दिया है.
गौरतलब है कि अमेरिका (America) और NATO सेना की अफगानिस्तान से वापसी के साथ ही तालिबान की रफ्तार तेज हो गई थी और अब राजधानी काबुल उनके चंगुल में फंस चुकी है. तालिबान के लड़ाकों ने काबुल को चारों तरफ से घेर लिया है.
(एपी फोटो)