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पाकिस्तान की चिंता दूर करेंगे पर दखल बर्दाश्त नहीं: तालिबान

aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 08 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:50 PM IST
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तालिबान की सरकार बनने से कुछ समय पहले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ ने हक्कानी नेटवर्क से बात की थी और इसके बाद तालिबान ने सरकार बनाते हुए शीर्ष नेतृत्व की घोषणा कर दी थी. इसके बाद से ही तालिबान पर आरोप लग रहे हैं कि उनकी सरकार के गठन में पाकिस्तान का प्रभाव रहा है. हालांकि, तालिबान ने इससे साफ इनकार किया है.


(प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)

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तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने काबुल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, पाकिस्तान का हस्तक्षेप एक अफवाह है और ये अफवाह पिछले 20 सालों से फैलाई जा रही है. हम किसी को भी अपने आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी देने की इजाजत नहीं देते हैं. कुछ तत्व हैं जो पाकिस्तान और अफगानिस्तान में दरार पैदा करना चाहते हैं. 

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मुजाहिद ने कहा कि तालिबान ने 'पूरी आजादी' के साथ काम किया है और उन देशों को हराने में कामयाबी पाई है जो अफगानिस्तान पर "कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे. हम शुरू से ही इस्लाम और अफगानिस्तान के लिए लड़ाई लड़ रहे थे. हमने इस देश और यहां के लोगों के लिए कुर्बानी दी है और हम किसी और का दखल बर्दाश्त नहीं करेंगे. 

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गौरतलब है कि पाकिस्तान के मंत्री शेख रशीद ने इस्लामाबाद में कहा था कि हाल ही में ग्वादर और क्वेटा में हुई आतंकवादी घटनाओं में आत्मघाती हमलावरों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा कि ये हमलावर अफगानिस्तान से आए थे. मुजाहिद ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि तालिबान पाकिस्तान की चिंताओं को दूर करेगा. 

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काबुल में हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुजाहिद ने कहा कि एक पड़ोसी के तौर पर विभिन्न मुद्दों पर पाकिस्तान की चिंता एकदम जायज है. पाकिस्तान जिन मुद्दों को लेकर परेशान है, उन्हें सुलझा लिया जाएगा. हम ये कहना चाहते हैं कि हमारी जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ नहीं किया जाएगा. 

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मुजाहिद ने इसके अलावा पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वे अफगानी लोगों के लिए बॉर्डर को खुला रखें. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से एक डेलीगेशन कानून-व्यवस्था पर चर्चा के लिए अफगानिस्तान आया था. उन्होंने हमेशा सिक्योरिटी और अन्य मुद्दों पर बात की थी. पाकिस्तान से अनुरोध है कि वे अफगानों के लिए बॉर्डर खुले रखें. 

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गौरतलब है कि तालिबान राज में अफगानिस्तान के लोगों की जिंदगियां धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. तालिबान की सरकार में कई आतंकियों की मौजूदगी के चलते कई देश इस क्षेत्र पर अपनी नजरें बनाए हुए है हालांकि तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहयोग की मांग की है और अफगानियों को सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है.

(प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)

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