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मुसलमानों को लेकर तुर्की और चीन के बीच छिड़ गया संग्राम

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 6:22 PM IST
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उइगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन और तुर्की में तनातनी होती नजर आ रही है. तुर्की ने चीनी राजदूत को तलब किया है. चीनी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर से कहा था कि वो तुर्की के उन दो नेताओं के खिलाफ एक्शन लें जिन्होंने उगइर मुसलमानों के साथ बर्ताव को लेकर चीन की आलोचना की थी. (फोटो-AP)

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तुर्की के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि चीनी दूतावास के राजदूत को मंगलवार को बुलाया गया था. हालांकि अधिकारी ने विस्तृत जानकारी नहीं दी. अधिकारी ने मंत्रालय के नियमों के मुताबिक नाम न बताने की शर्त पर यह जानकारी दी.  (फाइल फोटो-AP)

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मंगलवार से पहले, चीनी दूतावास ने तुर्की की मुख्य विपक्षी 'गुड पार्टी' के प्रमुख मेरल अक्सनर और तुर्की की राजधानी अंकारा के मेयर मंसूर यूवास को ट्विटर पर टैग किया और बीजिंग की नीतियों का बचाव किया. चीनी दूतावास का कहना था कि, 'चीन का अपना अधिकार है कि वो क्या करता है.' चीनी दूतावास की इस टिप्पणी को तुर्की के दोनों नेताओं के खिलाफ धमकी के तौर पर देखा गया और तुर्की में सोशल मीडिया पर इस लेकर काफी बवाल हुआ.  (फाइल फोटो-AP)

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असल में, तुर्की के इन दोनों नेताओं ने 1990 में विद्रोह के दौरान चीन में उइगर मुसलमानों की हत्या को लेकर एक पोस्ट किया था जिसके बाद चीनी दूतावास ने फिर उलट कर इन दोनों को टैग करते हुए पलटवार में ट्वीट किया था. (फोटो-AP)

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चीनी दूतावास का कहना था कि जो भी चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देता है तो चीन उसका दृढ़ता से मुकाबला करेगा. उसकी निंदा करेगा. (फाइल फोटो-AP)

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इससे पहले, पिछले साल तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि तुर्की चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार हनन को लेकर चिंतित है. तुर्की को उम्मीद है कि उइगर मुसलमानों को भी चीन के नागरिक के नजरिए से ही देखा जाएगा. तुर्की की एक समिति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की 75वीं बैठक में भी वीगर मुसलमानों को लेकर चिंता जाहिर की थी. (फोटो-AP)
 

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तुर्की का कहना था कि चीन की संप्रुभता का सम्मान करते हुए हम और अंतरराष्ट्रीय समुदाय चीनी प्रशासन से ये उम्मीद करते हैं कि शिनजियांग के उइगर तुर्क और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक, चीन के बाकी नागरिकों की तरह शांतिपूर्वक ढंग से रह सकें और उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का सम्मान हो. चीनी प्रशासन उनके अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. (फोटो-AP)

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तुर्की उइगर मुसलमानों के साथ सहानुभूति रखता है. उइगर चीन के शिंजियांग क्षेत्र में रहते हैं जो मूल रूप से तुर्क हैं. कई उइगरों ने अपने साझा सांस्कृतिक संबंधों के कारण दशकों से तुर्की में शरण ली हुई है. हालांकि चीन के साथ मजबूत आर्थिक रिश्तों के चलते हाल के वर्ष में तुर्की ने उइगरों के मसलों पर बोलना कम कर दिया है. (फोटो-AP)
 

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