अमेरिका के वॉशिंगटन में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने हंगामा किया है. संसद परिसर में किए गए बवाल में अबतक चार लोगों की मौत हो गई है. हिंसा को देखते हुए वाशिंगटन मेयर ने 15 दिन की इमरजेंसी का ऐलान किया है. लेकिन ये पहली बार नहीं है जब अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन और कैपिटल हिल ऐसे हमले का शिकार हुआ हो. इस तरह के हमले और हिंसक कार्रवाई पहले भी हो चुके हैं. आइए जानते हैं कि कैपिटल हिल और वॉशिंगटन को कब-कब निशाना बनाया गया...(फोटोः रॉयटर्स)
वॉशिंगटन का जलनाः 1812 के युद्ध के समय ब्रिटेन की सेना ने वॉशिंगटन में हमला कर दिया था. 24 अगस्त 1814 को ब्रिटिश सेनाओं ने कैपिटल हिल इमारत को आग के हवाले कर दिया था. इसके अलावा व्हाइट हाउस को भी जला दिया गया था. साथ ही वॉशिंगटन स्थित कई ऐतिहासिक इमारतों को आग के हवाले कर दिया गया था. किस्मत अच्छी थी कि बारिश होने से ये सारी आग बुझी थी. (फोटोः लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस)
राजनीतिक हिंसाः 1856 में कैरोलिना के रिप्रेंजेटेटिव प्रेस्टन ब्रुक्स ने छड़ी से अमेरिकी सीनेटर चार्ल्स समनर को स्पीच के दौरान मारा था. इसके बाद 1902 में भी इसी तरह की हिंसा कैपिटल हिल इमारत में हुई थी. तब जूनियर सीनेटर जॉन मैक्लॉरिन ने सीनियर सीनेटर बेन टिलमैन को झूठा कहा था. जिसके बाद कैपिटल हिल इमारत में हिंसा भड़की थी. ऐसी ही हिंसा 1798 में हुई थी. (फोटोः लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस)
सीनेट में बम विस्फोटः 2 जुलाई 1915 को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के जर्मन प्रोफेसर एरिक म्यूएंटर सीनेट के रिसेप्शन रूम में फिसल कर गिर गए. उनके पास रखी हुई डायनामाइट की तीन स्टिक में विस्फोट हो गया. एलिक सीनेट चैंबर को उड़ाना चाहते थे. लेकिन हादसा बीच रात को हुआ था, इसलिए इसमें किसी के मरने या घायल होने की खबर नहीं थी. जेपी मॉर्गन को मारने की तैयारी के जुर्म में एरिक को जेल की सजा सुनाई गई, जहां उसने खुद को मार लिया. (फोटोः लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस)
प्रथम विश्वयुद्ध के वेटेरेन्सः प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1932 में 25 हजार अमेरिकी वेटेरेन्स कांग्रेस के सामने जमा हो गए थे. वो अपनी सैलरी बोनस की मांग कर रहे थे. हालांकि वेटेरेन्स ने शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन किया था. लेकिन एक महीने बाद जनरल डगलस मैक्ऑर्थर, मेजर ड्वाइट आइजेनहॉवर और जॉर्ज पैटन ने वेटेरेन्स के कैंप पर हमला बोला. जिससे कई वेटेरेन्स की जान चली गई और सैकड़ों घायल हो गए. (फोटोः लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस)
अंडरग्राउंड बम विस्फोटः 1970 के शुरुआत में वियतनाम युद्ध का विरोध करने वाले एक समूह ने कैपिटल हिल इमारत के नीचे बम लगाए. इस समूह ने अमेरिका के कई शहरों में बम विस्फोट किए. इस समूह के तीन सदस्यों की मौत बम बनाते समय हुए विस्फोट से हुई थी. ये लोग उस समय न्यूयॉर्क शहर में बम बना रहे थे. कैपिटल इमारत में विस्फोट नहीं हो पाया था. (फोटोःगेटी)
प्यूर्टो रिको के अलगाववादीः 1 मार्च 1954 को चार प्यूर्टो रिको अलगाववादी कैपिटल इमारत के अंदर घुसे. ये लोग प्यूर्टो रिको नेशनलिस्ट पार्टी के सदस्य बनकर कैपिटल में गए थे. ये लोग प्यूर्टो रिको को अमेरिका से अलग करना चाहते थे. दोपहर में चारों ने बंदूकों से फायरिंग शुरू कर दी, इसकी वजह से पांच कांग्रेसमैन घायल हो गए. बाद में चारों हमलावरों को पकड़ लिया गया. (फोटोः यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव)
कैपिटल में बम विस्फोटः नवंबर 1983 को कैपिटल के नॉर्थ विंग में बम विस्फोट हुआ. इसके ठीक पहले किसी ने फोन करके कहा था कि कैपिटल को उड़ाया जाने वाला है. यह विस्फोट ग्रेनाडा और लेबनान में अमेरिकी कार्रवाई के विरोध में किया गया था. इस विस्फोट से 25 हजार डॉलर का नुकसान हुआ था लेकिन किसी के मरने की कोई खबर नहीं थी. पांच साल की जांच के बाद 6 लोगों के खिलाफ हमले का केस चला. उन्हें सजा मिली. (फोटोः यूएस सीनेट कमीशन ऑन आर्ट)
कैपिटल हिल पर बंदूकधारी का हमलाः जुलाई 1998 को एक हथियारबंद हमलावर ने सिक्योरिटी घेरा तोड़ते हुए कैपिटल हिल के बाहर गोलियां चलानी शुरु कर दी थीं. वह रिप्रेजेंटेटिव टॉम डिले के ऑफिस में घुसना चाहता था. लेकिन कैपिटल की सुरक्षा में लगे दो पुलिस अफसर उसे रोकने के सिलसिले में मारे गए. एक विदेशी पर्यटक महिला भी इस हमले में घायल हुई थी. हमलावर रसेल यूजीन वेस्टन जूनियर को गिरफ्तार किया गया और जेल में बंद कर दिया गया. उसे पैरानॉयड शिजोफ्रेनिया बीमारी थी. (फोटोः एनवाई डेली)
9/11 हमला और एंथ्रेक्सः 11 सितंबर 2001 को अलकायदा के आतंकियों ने हमला किया. न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को ध्वस्त कर दिया. साथ पेंटागन पर भी विमान से हमला किया. इसी दिन कैपिटल हिल इमारत के अंदर सीनेट मेजोरिटी लीडर टॉम डैश्ले के ऑफिस में एंथ्रेक्स का जानलेवा बैक्टीरिया मिला था. सीनेटर पैट्रिक लीही को भी एंथ्रेक्स से भरा लिफाफ भेजा गया था. (फोटोः एनओएए)