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मुश्किल में फंसे अफगानिस्तान पर भड़के अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन

aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 09 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST
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राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य मिशन 31 अगस्त तक समाप्त हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस युद्धग्रस्त देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से चल रही है. यह भी कहा है कि हम अफगानिस्तान में अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने गए थे, नेशन बिल्डिंग के लिए नहीं. अफगानिस्तान में अब हमारा मकसद पूरा हो चुका है. 

दिन में अपनी नेशनल सिक्योरिटी टीम के साथ बैठक के बाद गुरुवार को अफगानिस्तान पर एक प्रमुख नीतिगत संबोधन में बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने लक्ष्यों को पूरा कर लिया है और यह पीछे हटने का उपयुक्त समय है.

व्हाइट हाउस में पत्रकारों संग बातचीत में बाइडेन ने कहा, 'अफगानिस्तान में हमारा सैन्य मिशन 31 अगस्त समाप्त हो जाएगा. जवानों की सुरक्षा को प्रथामिकता देते हुए हमारे सैनिकों की वापसी सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ रही है.' 

(फोटो-AP)

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न्यूज एजेंजी एएफपी के मुताबिक बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी सेना ने ओसामा बिन लादेन को मार दिया है, अल कायदा की ताकत कम कर दी है. हम अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को खत्म कर रहे हैं. यथास्थिति को बनाए रखना कोई विकल्प नहीं. हम किसी अमेरिकी को अफगानिस्तान में जंग लड़ने के लिए अब नहीं भेजने वाले हैं. अमेरिका 20 साल पहले तय की गई नीतियों को बनाए रखने को अफोर्ड नहीं कर सकता है.

(फोटो-Getty Images)

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बाइडेन ने अफगान सरकार और सुरक्षा बलों का समर्थन जारी रखने का वादा किया और कहा कि हजारों अफगान अनुवादक जिन्होंने अमेरिकी सेना के लिए काम किया और तालिबान से खतरों का सामना किया, वे अमेरिका में शरण ले सकते हैं. उन्होंने कहा, "यदि आप (अमेरिका के मददगार) आना चाहें तो अमेरिका में आपके लिए घर है. जैसे आप हमारे साथ खड़े थे, वैसे ही हम भी आपके साथ खड़े रहेंगे."


(अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और बाइडेन, फोटो-AP)

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बाइडेन ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के फौरन बाद तालिबान देश पर कब्जा कर लेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'अफगान सरकार और वहां के नेतृत्व को एक साथ आना होगा. उनके पास सरकार को बनाए रखने की क्षमता है. सवाल यह है कि क्या वे अपनी एकजुटता को बनाए रखने के लिए एक साथ बने रहेंगे?'

(फोटो-Getty Images)

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बाइडेन ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अफगान सशस्त्र बल तालिबान का मुकाबला कर सकते हैं, जिन्होंने साल की शुरुआत से देश भर में मजबूत प्रगति की है. उन्होंने कहा, "मुझे तालिबान पर भरोसा नहीं है, लेकिन मुझे अफगान सेना की क्षमता पर भरोसा है."

(फोटो-Getty Images)

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बाइडेन ने कहा, 'यह सवाल नहीं है कि उनके पास क्षमता है या नहीं. उनके पास क्षमता है. उनके पास सैन्य बल हैं. उनके पास सैन्य उपकरण है. सवाल यह है कि क्या वे ऐसा करेंगे… हम दूर नहीं जा रहे हैं लेकिन उस ताकत को बनाए रखने की उनकी क्षमता को कायम नहीं रख सकते हैं. हालांकि हम यह सुनिश्चित करने के लिए भी काम कर रहे हैं कि हम क्षेत्र में हर चीज, जरूरतों और अन्य चीजों के मामले में उनकी मदद करें.'

(अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी,  फोटो-Getty Images)

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बाइडेन ने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य मिशन अगस्त के अंत तक जारी रहेगा. उन्होंने कहा, 'हम देश (अफगानिस्तान) में अपनी सैन्य शक्ति को बनाए रखे हुए हैं. हमने अपने उसी अधिकार को बनाए रखा है जिसके तहत हम कुछ समय से काम कर रहे हैं. अमेरिका ने 9/11 हमला करने वाले आतंकवादियों और ओसामा बिन लादेन को निपटाने के लिए अटैक किया. अमेरिका जो करना चाहता था, उसके लिए हम अफगानिस्तान गए थे. हम अमेरिका के खिलाफ हमलों के खतरे को कम करने के लिए अफगानिस्तान की धरती को इस्तेमाल करने से आतंकवादियों को रोकने के लिए वहां गए थे.'

(फोटो-Getty Images)

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बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ने अपने लक्ष्यों को हासिल कर लिया है. इसलिए हम वहां गए थे. हम राष्ट्र निर्माण के लिए अफगानिस्तान नहीं गए थे. यह केवल अफगान लोगों का ही अधिकार और जिम्मेदारी है कि वे अपने देश को कैसे चलाना चाहते हैं. वे अपना भविष्य खुद तय करें.'  

(फोटो-Getty Images)

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अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'अपने नाटो सहयोगियों और साझेदारों के साथ हमने सेना के लगभग 300,000 वर्तमान सेवारत सदस्यों, अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बल और अन्य जवानों को प्रशिक्षित किया है. इनमें वे भी शामिल हैं जो अब सेवा नहीं दे रहे हैं. हमने पिछले दो दशकों में अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के हजारों जवानों को ट्रेनिंग मुहैया कराई है.'

(फोटो-Getty Images)

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अफगानिस्तान में राजनयिक उपस्थिति बनाए रखने के इरादे से बाइडेन ने कहा कि उनका प्रशासन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सुरक्षित रखने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम और समन्वय कर रहा है. अमेरिका काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए तुर्की के साथ बातचीत कर रहा है. अगर बातचीत निर्णायक स्थिति में पहुंच जाती है तो समझौते के मुताबिक तुर्की के सैन्य बल पर काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी.

(फोटो-AP)

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बाइडेन ने कहा "हम शांति और एक शांति समझौते को आगे बढ़ाने के लिए एक दृढ़ कूटनीति में शामिल होने जा रहे हैं जो इस मूर्खतापूर्ण हिंसा को समाप्त कर देगा." बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अपने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और अफगानिस्तान सुलह के लिए विशेष प्रतिनिधि ज़ाल्मय खलीलज़ाद को अफगानिस्तान में तमाम पक्षों के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के साथ बातचीत के जरिये समाधान निकालने के लिए सख्ती से काम करने के लिए कहा है.

(फोटो-अमेरिकी विदेशी मंत्रालय)

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अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह बात साफ है कि शांतिपूर्ण समझौते का समर्थन करने में उस क्षेत्र के देशों को एक आवश्यक भूमिका निभानी है. हम उनके साथ काम करेंगे. उन्हें भी अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने में मदद करनी चाहिए. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जब उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य भागीदारी को समाप्त करने का फैसला किया, तो उन्होंने निर्णय किया कि इस युद्ध को अनिश्चित काल तक लड़ना जारी रखना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में नहीं है.

(फोटो-AP)

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बाइडेन ने कहा, 'मैंने खुले दिल-दिमाग से निर्णय लिया है और मुझे युद्ध के मैदान के अपडेट की रोजाना जानकारी दी जाती है. लेकिन उन लोगों के लिए जिन्होंने तर्क दिया है कि हमें छह महीने या सिर्फ एक साल और रहना चाहिए, मैंने उनसे हालिया इतिहास के सबक पर विचार करने के लिए कहा.' 

बाइडेन ने कहा कि लगभग 20 वर्षों का अनुभव बताता है कि वर्तमान सुरक्षा स्थिति केवल इस बात की पुष्टि करती है कि अफगानिस्तान में सिर्फ एक और साल की लड़ाई कोई समाधान नहीं है, बल्कि अनिश्चित काल तक वहां रहने का एक नुस्खा है. उन्होंने कहा कि यह अफ़गानों पर निर्भर करता है कि वे अपने देश के भविष्य के बारे में क्या निर्णय लें.

(फोटो-Getty Images)

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अफगानिस्तान से 11 सितंबर से पहले अमेरिकी सेना वापस हो जाएगी. अमेरिका ने फिर से आतंकवाद न फैलाने की गारंटी के साथ तालिबान संग फरवरी 2020 में समझौता किया था. इसमें ये बात भी शामिल है कि तालिबान अफगान सरकार के साथ जंग के मामले को सुलझाने के लिए राजनीतिक समझौता करेगा. 

(फोटो-AP)
 

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राष्ट्रपति बाइडेन ने अप्रैल 2021 में ऐलान किया था कि अमेरिका पर 11 सितंबर के आतंकवादी हमलों की 20वीं वर्षगांठ तक अफगानिस्तान से सभी बचे सैनिकों को वापस हो जाएंगे. अमेरिका ने अफगानिस्तान में तालिबान से जंग में खरबों डॉलर खर्च कर दिए जबकि 2,300 से अधिक अमेरिकी सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी. 

(फोटो-AP)

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