
यमन में सरकार समर्थकों और अलगाववादियों के बीच एक बार फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. यमन के दक्षिणी शहर अदन में दोनों गुटों में मंगलवार को भारी गोलीबारी हुई. बता दें कि इस तनाव के चलते अदन के खोर मकसर जिले में कई दिनों से स्कूल और दुकानें बंद हैं, जिसके चलते इलाके में सन्नाटा छाया हुआ है.
काफी समय से चल रही है हिंसा
बता दें कि इससे एक दिन पहले भी इलाके में भारी हिंसा हुई थी. जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 130 के करीब लोग घायल हो गए थे. इस हिंसा ने उत्तरी यमन में शिया विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी नीत गठबंधन में दरार को भी उजागर कर दिया है.
यमन के प्रधानमंत्री ने अलगाववादियों पर तख्तापलट का लगाया आरोप
गौरतलब है कि अलगाववादियों को संयुक्त अरब अमीरात का समर्थन हासिल है. यूएई सऊदी नीत गठबंधन में मुख्य साझेदार हैं जो 2015 से यमन की अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार को जंग में मदद कर रहा है.
छतों पर रखी हैं स्नाइपर
कहा जा रहा है कि अदन के खोर मकसर जिले में सरकार समर्थक बलों और अलगाववादियों ने टैंक तैनात कर दिए और दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई. घरों की छतों पर स्नाइपर बंदूकों को भी देखा गया है. लड़ाई और संघर्ष धीरे-धीरे फैल रहा है, तनाव अब नजदीकी क्रेटर जिले तक जा पहुंचा है.
दोनों गुटों में होने वाले इस संघर्ष ने दो जिलों को विभाजित कर दिया है. हिंसा गत रविवार को तब शुरू हुई जब अलगाववादियों द्वारा सरकार को इस्तीफा देने के लिए दी गई समय सीमा खत्म हो गई थी.
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प्रधानमंत्री ने लगाया था तख्तापलट का आरोप
आपको बता दें कि यमन के प्रधानमंत्री अहमद बिन डागर ने दक्षिणी अलगाववादियों पर रविवार को तख्तापलट की कोशिश का आरोप भी लगाया था. उन्होंने एक बयान में कहा था कि अदन में वैधता और देश की एकता के खिलाफ एक तख्तापलट की कोशिश चल रही है. बता दें कि रविवार शाम तक अलगाववादियों ने राष्ट्रपति महल की तरफ से दो सड़कों पर कब्जा कर लिया, जहां सरकार के कई सदस्य रह रहे थे.