
15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन इस साल अगस्त के अंत में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में होगा. ब्राजील, रूस, भारत और चीन के विदेश मंत्रियों ने पहली बार 2006 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान ब्रिक सहयोग की शुरुआत की थी. बाद में अप्रैल 2011 में दक्षिण अफ्रीका भी इससे जुड़ गया. चीन में आयोजित तीसरे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पहली बार अफ्रीका शामिल हुआ.
26 जनवरी को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इसकी घोषणा की थी. 2009 से ब्रिक्स नेताओं ने 14 औपचारिक बैठकें और 9 अनौपचारिक बैठकें की हैं.
इससे पहले 2013 में पांचवां वार्षिक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका के डरबन में आयोजित किया गया था. इसमें पांच सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के सरकार के प्रमुखों ने भाग लिया था. जून 2009 में BRIC नेताओं ने रूस में अपनी पहली बैठक आयोजित की थी.
क्या है BRICS
BRICS में पांच देश शामिल हैं ब्राज़ील, रशिया, इडिया, चाइना और साऊथ अफ्रीका. इन सभी देशों के नाम के पहले अक्षर से ही BRICS बना है. ये समिट हर साल होता है जिसमें इन पांचों देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होते हैं. भारत भी इस समिट की मेज़बानी कर चुका है. ये संगठन काफी मज़बूत है जिसमें दुनिया के तीन बड़े देश चीन, इंडिया और रूस शामिल हैं, लेकिन कोई भी पश्चिमी देश इस ग्रुप में शामिल नहीं है.
साउथ अफ्रीका के इस संगठन का हिस्सा बनने से पहले इसे BRIC कहा जाता था. BRIC के बनने का सिलसिला साल 2006 से ही शुरू हो गया था जब चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने new york में एक हाईलेवल मीटिंग कर इसका ब्लूप्रिंट तैयार किया था, लेकिन BRIC का पहला सम्मेलन साल 2009 में रशिया में हुआ और साल 2011 में साउथ अफ्रीका के जुड़ने के साथ ही इसका नाम BRICS हो गया.
BRICS की अहमियत जानने के लिए इसके सदस्य देशों की अहमियत को समझना ज़रूरी है. चाईना, इंडिया, और रशिया की बात करें तो ये देश दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश हैं और ब्राजील लेटिन अमेरिका का अहम देश है तो वहीं साऊथ अफ्रीका, अफ्रीका कॉन्टिनेंट का एक बड़ा देश है. दूसरे शब्दों में कहें तो BRICS देशों की सीमाएं दुनिया के एक छोर से दूसरे छोर तक फैली हुई हैं.