
लेबनान में 17 सितंबर को पेजर सीरियल ब्लास्ट के बाद से दहशत का माहौल है. इस हमले में हिज्बुल्लाह के कई लड़ाके मारे गए. वहीं 4 हजार के करीब लोग घायल बताए जा रहे हैं. लेबनान का आरोप है कि इस सीरियल ब्लास्ट के पीछे इजरायल है. हिज्बुल्लाह ने बदला लेने की धमकी दी है. इसके मद्देनजर इजरायल अलर्ट हो गया है. इजरायल ने लेबनान से सटे बॉर्डर पर 20 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं.
वहीं इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने बुधवार सुबह सुरक्षा ब्रीफिंग के लिए मुलाकात की. इसके अलावा इजरायली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल हर्ज़ी हलेवी ने भी वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के साथ बैठक की. उन्होंने जल्द से जल्द आक्रमण और रक्षा की तैयारियों का जायजा लिया. नागरिकों को सतर्क और सजग रहने के लिए कहा गया है. हालांकि इजरायली सेना ने लेबनान में पेजर विस्फोटों के बारे में सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया.
इजरायल ने दक्षिणी कमान के तहत गाजा पट्टी में महीनों तक चले ऑपरेशन के बाद अब IDF के 98वें डिवीजन को उत्तरी इज़रायल में तैनात करने का फैसला किया है. यह फैसला हिज़्बुल्लाह के साथ बढ़ते तनाव के बीच लिया गया है. पैराट्रूपर्स और कमांडो डिवीजन अब उत्तरी कमान के तहत 36वें डिवीजन में शामिल हो जाएंगे. लगभग 20,000 सैनिकों वाले 98वें डिवीजन को अगस्त के अंत में दक्षिणी गाजा के खान यूनिस से वापस बुला लिया गया था.
4 हजार से अधिक लोग घायल
ताजा आंकड़ों के मुताबिक 12 लोग मारे गए हैं. इनमें 10 हिज्बुल्लाह के लडाके शामिल हैं. वहीं करीब 4000 से ज्यादा लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. मुख्य टारगेट बेरूत रहा. बेरूत के दाहिया, बेक्का, नाबातिया, बिन्त जबैल, दक्षिणी बेरूत और दक्षिणी लेबनान के इलाके टारगेट पर रहे. सीरिया के कई इलाकों में भी करीब 100 धमाकों से हड़कंप मचा है. पेजर ब्लास्ट में हिज्बुल्लाह सांसद अली अम्मार का बेटा भी मारा गया. साथ ही लेबनान में ईरानी राजदूत मोज्तबा अमानी को भी चोटें आई हैं. उनके आंख में गहरी चोट है.
लेबनान में अब ऐसे हैं हालात
17 सितंबर को हुए इस सीरियल ब्लास्ट के बाद से दोनों देशों में हाहाकार मचा हुआ है. लेबनान में लोग खौफ में हैं. सरकार ने लोगों से पेजर्स को तुरंत फेंकने को कहा है. हमले के अगले दिन यानी आज बुधवार को लेबनान की सड़कें खाली नजर आईं. अखबार-मैगजीन के पन्ने हमले की तस्वीरों से पटे हुए हैं. वहीं अस्पतालों के बाहर घायलों की भरमार है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और हर संदिग्ध दिखने वाले शख्स से पूछताछ हो रही है.
इसके साथ ही लेबनान में स्कूल-कॉलेज व दफ्तरों के बाहर ताले लटके हुए हैं. लोग घरों से निकलने में भी डर रहे हैं. धमाकों के मद्देनजर लोगों ने पेजर्स को फेंक दिया है और अब फोन तक इस्तेमाल करने से घबरा रहे हैं. आलम ये है कि जिन फुटपाथों पर सुबह लोग सैर करते नजर आते थे, वह अब खाली पड़ी हैं. दुकानें-बाजार तक भी बंद हैं. हर तरफ लोगों में खौफ है और सवाल भी है कि आखिर पेजर्स अचानक कैसे ब्लास्ट कर गए.