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बोको हरम ने 83 नाइजीरियाई बच्चों को बनाया 'मानव बम': यूनिसेफ

रिपोर्ट के मुताबिक इन बच्चों को जनवरी 2017 से अगस्त तक के पीरियड में तैयार किया गया है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि उन 83 बच्चों में 55 लड़कियां शामिल हैं जिनमें कई की उम्र 15 साल से भी कम है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह
  • अंकारा,
  • 23 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 7:57 AM IST

नाइजीरिया में आतंकवादी समूह बोको हरम ने कम से कम 83  नाइजीरियाई बच्चों को 'मानव बम' के तौर पर तैनात किया गया है. मंगलवार को आई यूनिसेफ की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.

रिपोर्ट के मुताबिक इन बच्चों को जनवरी 2017 से अगस्त तक के पीरियड में तैयार किया गया है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि उन 83 बच्चों में 55 लड़कियां शामिल हैं जिनमें कई की उम्र 15 साल से भी कम है.

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माना जा रहा है कि इन 'मानव बम' बच्चों का इस्तेमाल कर बोको हरम के चंगुल से बचाए गए और भागे हुए बच्चों के मन में डर पैदा करना है. जिसकी वजह से कई बच्चे जो बोको हरम की कैद से भागने में सफल हुए हैं वे अपने समुदायों में फिर से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं.

रिपोर्ट में आगे जिक्र है कि देश में बड़े पैमाने पर विस्थापन और कुपोषण का संकट भी है. करीब 17 लाख लोग विद्रोह के चलते उत्तरपूर्वी इलाकों में विस्थापित कर दिए गए थे जिनमें से तकरीबन 85 प्रतिशत लोग बोर्नो स्टेट में भेज दिए गए हैं.

उत्तरपूर्वी नाइजीरिया में इस साल करीब 4.50 लाख बच्चे कुपोषण की मार झेल रहे हैं. उत्तरपूर्वी नाइजीरिया अकाल और भूखमरी से ग्रस्त है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लंबे समय से बच्चों को मानव बम बनाकर उन्हें ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.

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यूनिसेफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि विद्रोह के इन आठ सालों में बच्चों ने भारी यातनाएं झेली हैं. रिपोर्ट 'मानव बम' के रूप में इस्तेमाल किए गए बच्चों को पीड़ित मानती है ना कि अपराधी.

आपको बता दें कि 15 अगस्त को नाइजीरिया के बोर्नो स्टेट के मंदरारी में महिला बम से 30 लोगों की मौत और 85 लोग घायल हो गए थे.

 

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