
इजरायल-फिलिस्तीन के बीच खूनी संघर्ष जारी है. इजरायली सेना और फिलिस्तीन के बीच एक झड़प में 9 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. इस साल अब तक कुल 29 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. फिलिस्तीनी रेड क्रीसेंट (पीआरसी) के अनुसार, इजरायली सेना ने पहले चिकित्सा कर्मियों के लिए जेनिन कैंप में जाने पर रोक लगा दी थी, जहां चार घायल लोगों की हालत गंभीर थी और उनका इलाज चल रहा था. सेना ने जेनिन सरकारी अस्पताल में आंसू गैस के गोले भी छोड़े जिसकी वजह से बच्चों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी.
इजरायल ने किया खंडन
हालांकि, इजरायली सेना का कहना है कि उन्होंने किसी भी निर्दोष की हत्या नहीं की है बल्कि वे जेनिन में इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन से संबंधित आतंकवादी दस्ते को पकड़ने गए थे. एक बयान में इजरायली सेना ने कहा कि हमने तीन आतंकियों को मार गिराया है.
फिलिस्तीन के PM ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से सुरक्षा मांगी
इजरायल द्वारा लगातार हमले और निर्दोष लोगों की हत्या पर फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मुहम्मद शतयेह ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करने को कहा है. पीएम ने मांग की है कि बच्चों, युवाओं और महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन साथ दें.
दंगाइयों को गिरफ्तार करने पहुंचे थे
टाइम्स ऑफ इजरायल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इजरायली आर्मी के जवान 26 जनवरी को जेनिन रिफ्यूजी कैंप के अंदर दंगाइयों को गिरफ्तार करने पहुंचे थे. हालांकि वहां मौजूद फिलिस्तीनियों ने हमला कर दिया. फिलिस्तीनियों ने अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दी थीं. जिसके बाद इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई की.
इजरायली पुलिस ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान वहां मौजूद नकाबपोश आतंकवादियों ने पुलिस अधिकारियों पर पाइप बम और मोलोटोव कॉकटेल से हमला किया.