
भारत 'विशिष्ट अतिथि' के रूप में पहली बार इस्लामी सहयोग संगठन (IOC) की बैठक में शिरकत करेगा. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को अगले महीने होने वाली इसकी मंत्रिपरिषद बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है.
सुषमा स्वराज को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने 1-2 मार्च को अबुधाबी में होने वाली विदेश मंत्रियों की परिषद के 46वें सत्र के उद्घाटन सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हमें आमंत्रण को स्वीकार करते हुए खुशी है, जो भारत में 18.5 करोड़ मुसलमानों की उपस्थिति व बहुलवादी लोकाचार में उनके योगदान और इस्लामी दुनिया में भारत के योगदान को 'स्वागत योग्य मान्यता' देता है.
बयान में आगे कहा गया कि हम इस आमंत्रण को यूएई के प्रबुद्ध नेतृत्व की कामना के रूप में देखते हैं ताकि हम हमारे तेजी से बढ़ते हुए द्विपक्षीय संबंधों से आगे बढ़कर बहुपक्षीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक सच्ची बहुआयामी साझेदारी को कायम कर सकें.
बयान में कहा गया कि आमंत्रण यूएई के साथ द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी में एक मील का पत्थर है. बयान में कहा गया कि भारत ओआईसी बैठक के उद्घाटन सत्र में उपस्थित होने का आमंत्रण स्वीकार कर खुश है और हम यूएई के आमंत्रण के लिए उनके नेतृत्व का धन्यवाद करते हैं. एजेंडे में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विषयों के साथ-साथ मुस्लिम दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियां शामिल होंगी.