
गृहयुद्ध की आग में झुलस रहे अफगानिस्तान के कंधार में बड़ा आतंकी हमला हुआ है. गुरुवार को कंधार के गवर्नर, पुलिस चीफ और इंटेलीजेंस चीफ की गोली मार कर हत्या कर दी गई है. बताया जा रहा है कि गवर्नर के सुरक्षा गार्डों ने ही इनकी हत्या की है. वहां के सांसद खालिद पश्तून ने इसकी जानकारी दी.
गार्डों के इस हमले में एक अमेरिकी सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक भी घायल हुए हैं. अफगानिस्तान समाचार चैनल तोलो न्यूज के मुताबिक गवर्नर के आवास पर बैठक के बाद सभी लोग जा रहे थे, तभी एक गार्ड ने गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद कई गार्ड इसमें शामिल हो गए और गोलीबारी शुरू कर दी.
हमले में मारे गए कंधार के पुलिस चीफ अब्दुल राजिक (ट्विटर फोटो- @Khoshal4 )
वहीं, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया कि कंधार घटना को लेकर राष्ट्रपति अशरफ गनी राष्ट्र को संबोधित करेंगे. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी इस ट्वीट को रिट्वीट किया है.
उधर, भारत ने अफगानिस्तान में कंधार के गवर्नर, पुलिस चीफ और इंटेलीजेंस चीफ की हत्या की कड़ी निंदा की है. पीएम मोदी ने कंधार हमले पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि कंधार में आतंकी हमले से बेहद दुखी और हैरान हूं. भारत इस बड़े हमले की कड़ी निंदा करता है और इसमें जान गंवाने वाले कंधार के सीनियर लीडरशिप और अफगान भाइयों के प्रति शोक जताता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम अफगानिस्तान के बहादुर लोगों के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं.
तोलो न्यूज के मुताबिक हाई प्रोफाइल अधिकारी एक मीटिंग के बाद हेलीपैड की ओर जा रहे थे. इसी दौरान इन पर गोलियां बरसाई गईं. यह बैठक गवर्नर ऑफिस में हो रही थी.
इस बैठक में पुलिस चीफ जनरल अब्दुल राजिक, जनरल ऑस्टिन स्कॉट मिलर, रेज्योलूट सपोर्ट कमांडर समेत कई अधिकारी थे. बता दें कि राजिक तालिबान के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाने के समर्थक थे. वह तालिबान को दूसरे देशों की कठपुतली कहा करते थे.
रेज्योलूट सपोर्ट ने कहा है कि जनरल ऑस्टिन स्कॉट मिलर सुरक्षित हैं. जानकारी के मुताबिक इस गोलीबारी में दो अमेरिकी घायल हुए हैं, जिनमें एक सैन्य अधिकारी हैं और एक आम नागरिक हैं.
इससे पहले अगस्त के महीने में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकियों ने रॉकेट से हमला किया था. यह हमला उस समय हुआ था, जब अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ईद पर संदेश दे रहे थे. हालांकि रॉकेट हमले की आवाज सुनकर भी अशरफ गनी ने अपना संदेश भाषण नहीं रोका था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि आतंकवादी रॉकेट हमला करके भी देश की प्रगति को नहीं रोक पाएंगे.