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घायल तालिबानियों का इलाज कर रहा पाकिस्तान, अफगानिस्तान की सांसद ने PAK को लिया आड़े हाथ

बिगड़ते हालात और लोगों की जा रही जान के बीच पाकिस्तान (Pakistan) अब भी आतंक के समर्थन में जुटा हुआ है. अफगानिस्तान की सांसद मरियम सोलेमानखिलि (Mariam Solaimankhil) के मुताबिक पाकिस्तान घायल तालिबानी आतंकियों का इलाज कर रहा है.

अफगानिस्तान में फिर से तालिबान का कोहराम शुरू हो गया है. (फोटो- Reuters) अफगानिस्तान में फिर से तालिबान का कोहराम शुरू हो गया है. (फोटो- Reuters)
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 17 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 9:31 AM IST
  • पाकिस्तान पहुंचा रहा तालिबान को मदद- MP सोलेमानखिलि
  • अफगानिस्तान की MP बोलीं- तालिबान दुनिया के लिए खतरा

अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं. हिंसक घटनाओं (Violence) में कई लोगों की जान जा चुकी है. दुनिया के कई देशों ने अफगानिस्तान में हिंसा रोकने की अपील की है. बिगड़ते हालात और लोगों की जा रही जान के बीच पाकिस्तान (Pakistan) अब भी आतंक के समर्थन में जुटा हुआ है. अफगानिस्तान की सांसद मरियम सोलेमानखिलि (Mariam Solaimankhil) के मुताबिक पाकिस्तान घायल तालिबानी आतंकियों का इलाज कर रहा है.

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अफगानिस्तान की सांसद मरियम सोलेमानखिलि का दावा है कि हिंसा के दौरान घायल हुए कई आतंकियों का इलाज पाकिस्तान में हो रहा है. 14 जुलाई को जारी एक लिस्ट में ऐसे 25 आतंकियों के नाम हैं जिनका इलाज पाकिस्तान में किया जा रहा है. लिस्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक फ्रैक्चर से लेकर गंभीर रूप से घायल हुए आतंकियों का इलाज पाकिस्तान में किया जा रहा है.

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इससे पहले मरियम सोलेमानखिलि ने इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई से बातचीत में कहा था कि तालिबान का खतरा सिर्फ भारत को ही नहीं पूरी दुनिया को है. उन्होंने बताया कि प्रोपेगेंडा वॉर चल रही है और (GQH) पाकिस्तान की आर्मी भी इसका समर्थन कर रही है.

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तालिबान की मदद कर रहा पाकिस्तान

सांसद सोलोमानखिलि ने बताया था कि तालिबान को पाकिस्तान के समर्थन की बात अब किसी से छिपी नहीं है. वे खुले तौर पर धन जुटा रहे हैं और 40,000 सीमाई मदरसों में प्रशिक्षण दे रहे हैं. लड़ाकों को अफगानिस्तान भेज रहे हैं. तालिबान जैसी हिंसक पार्टी कभी भी पड़ोसी देश के समर्थन के बिना 20 वर्षों से अधिक समय से युद्ध नहीं कर रही है. और यह बहुत स्पष्ट है कि वह पड़ोसी देश कौन है.


बता दें कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान का कोहराम शुरू हो चुका है. हर तरफ गोलियों की तड़तड़ाहट, लूट और कब्जा जारी है. बताया जा रहा है कि अबतक अफगानिस्तान के 85 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर तालिबानी लड़ाके अपना कब्जा जमा चुके हैं.

 

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