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World Exclusive: पंजशीर की ग्राउंड रिपोर्ट... जहां अफगान लड़ाके और तालिबान हैं आमने-सामने

अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान की नज़रें पंजशीर इलाके पर हैं, लेकिन इस ज़मीन को जीतना इतना आसान नहीं हैं. जिस पंजशीर (Panjshir) पर दुनिया की नज़रें टिकी हैं, वहां के ताज़ा हालात क्या हैं. आजतक की इस खास ग्राउंड रिपोर्ट में समझिए...

पंजशीर की वादियों से आजतक की खास ग्राउंड रिपोर्ट पंजशीर की वादियों से आजतक की खास ग्राउंड रिपोर्ट
aajtak.in
  • पंजशीर,
  • 25 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST
  • अफगानिस्तान के पंजशीर से ग्राउंड रिपोर्ट
  • तालिबान और नॉर्दर्न इलाके में आर-पार
  • पहाड़ी इलाके को चारों ओर से घेरा गया

पांच शेरों की ज़मीन, वो जगह जहां कोई बाहरी नहीं घुस सका, वो जगह जिसे जीतने में तालिबानी अभी तक सफल नहीं हो सके. अफगानिस्तान (Afghanistan) का पंजशीर इलाका, जहां से रूस-तालिबान को मात देने वाले अहमद शाह मसूद आते हैं. अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान की नज़रें अब इसी इलाके पर हैं, लेकिन इस ज़मीन को जीतना इतना आसान नहीं हैं. जिस पंजशीर (Panjshir) पर दुनिया की नज़रें टिकी हैं, वहां के ताज़ा हालात क्या हैं. पंजशीर से आजतक के अहमद नावेद की इस खास ग्राउंड रिपोर्ट में समझिए...

हिन्दुकश की पहाड़ियों के बीच मौजूद पंजशीर का इलाका एक अभेद्य किला है. ऊंचे पहाड़, संकरी वादियां और पंजशीर नदियां, इस इलाके को सुरक्षा देती हैं. इस इलाके की ओर से जाने वाली हर सड़क पर नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके मौजूद मिलेंगे, जो ‘पंजशीर के शेर’ अहमद शाह मसूद को देख कर बढ़े हुए हैं. वही अहमद शाह मसूद जिन्होंने पहले सोवियत यूनियन को हराया और बाद में तालिबानियों को खदेड़ दिया. 

पॉपुलर रेसिस्टेंस फ्रंट के कमांडर अमीर अकमल का कहना है कि हमारे फ्रंट में जो अधिकतर लड़ाके हैं, वह युवा हैं. ये वो सैनिक हैं, जो सभी के लिए योग्य सिस्टम की चाहत रखते हैं. हमारे पास युद्ध लड़ने के लिए हर तरह की चीज़ मौजूद है, ऐसे में हम तालिबान (Taliban) के खिलाफ जंग के लिए तैयार हैं. नॉर्दर्न एलायंस के सभी लड़ाकों की आवाज़ कुछ इसी प्रकार की है, जो तालिबान के सामने झुकने से इनकार करते हैं. 

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पंजशीर में मौजूद इन लड़ाकों के साथ कंधे से कंधा मिलकर तालिबान का सामना करने अलग-अलग इलाकों से लोग आ रहे हैं. अफगानिस्तान की नेशनल आर्मी में रहने वाले हामिद के मुताबिक, हम अपने मकसद में सेना में रहते हुए काम नहीं हो सके, लेकिन अब हम अपनी सरज़मीं को नॉर्दर्न एलायंस के साथ मिलकर बचाना चाहते हैं. 

तालिबान के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके (फोटो: आजतक)

तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन पंजशीर उसके हाथ से काफी दूर है. तालिबान अपने लड़ाकों की मदद से यहां पर कब्जा जमाना चाहता है. बीते दिनों ये बात सामने आई थी कि तालिबान के लड़ाकों ने पंजशीर के इलाके में हमला किया है, लेकिन अफगानिस्तान के कार्यकारी राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने इन बातों को गलत करार दिया. 

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हालांकि, ताज़ा हालात को देखें तो तालिबान ने पंजशीर घाटी को घेर लिया है. इस घाटी में आने वाले लोगों को सड़कों पर रोका जा रहा है, परवान इलाके में भी तालिबानी कमांडर अब मोर्चा संभाले हुए हैं. यहां पर तैनात तालिबान के कमांडर मुल्लाह खकसार का कहना है कि हमें जब भी हुक्म होगा कि पंजशीर में हमला करना है, हम तैयार बैठे हैं. हम कोई आतंकी नहीं हैं, हम सिर्फ इस्लाम को मानने वाले लोग हैं. 

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एक तरफ तो पंजशीर में तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच जंग का माहौल बना हुआ है. दूसरी ओर अब बातचीत का सिलसिला भी चल रहा है. तालिबान का कहना है कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं और जल्द ही नॉर्दर्न एलायंस के साथ मिलकर मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा. हालांकि, अहमद मसूद की अगुवाई में नॉर्दर्न एलायंस ने साफ किया है कि वह भी शांति चाहते हैं, लेकिन अगर तालिबान जंग चाहेगा तो जंग ही होगी. 

 

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