
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबानी शासन की शुरुआत होने के बाद से ही लोगों का बड़ी संख्या में वहां से निकलना जारी है. मुश्किल भरे इस दौर के बीच कई कहानियां ऐसी भी आ रही हैं, जो दिल को छू रही हैं. ऐसा ही एक और घटना सामने आई है, एक अफगानी महिला (Afghani Woman) जो देश छोड़कर निकली उसने अमेरिकी सेना के विमान में बच्ची को जन्म दिया है. इसके अलावा भी कई ऐसे पल दिखे हैं, जहां अमेरिकी सेना ने लोगों का दिल जीता है.
अमेरिका द्वारा काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, इसी दौरान काबुल से जर्मनी को रवाना हुई इस फ्लाइट में महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.
अमेरिकी मिलिट्री के मुताबिक, C-17 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पर काबुल से लोगों को लाया जा रहा था. फ्लाइट में गर्भवती महिला भी सवार थी, जब विमान हवा में था तब महिला को कुछ तकलीफ हुई. लैंडिंग के तुरंत बाद प्लेन में ही महिला की डिलीवरी हुई और उसने एक बच्ची को जन्म दिया है.
विमान के लैंड करने के बाद अमेरिकी सेना की मेडिकल टीम ने डिलीवरी करवाने में मदद की. बच्ची के जन्म के बाद दोनों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अमेरिकी सेना के मुताबिक, मां-बेटी दोनों ही इस वक्त स्वस्थ हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन से सामने आई भावुक करने वाली तस्वीरें...
तालिबानी कब्जे के बाद अफगानिस्तान से अलग-अलग तस्वीरें सामने आ रही हैं. काबुल एयरपोर्ट पर लोग रोते-बिलखते हुए देश छोड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं. बीते दिनों ही तस्वीरें सामने आई थीं जहां महिलाएं अपने बच्चों को कंटीली तारों के ऊपर से सैनिकों को पकड़ा रही थीं.
इसके अलावा एयरपोर्ट पर कई जगह अमेरिकी सैनिक छोटे बच्चों के साथ खेलते हुए नज़र आ रहे हैं, महिला-पुरुष सैनिक कई जगह बच्चों को गोद में उठाए हुए हैं और उन्हें हौसला देते हुए नज़र आ रहे हैं.
अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट को अपने कंट्रोल में लिया हुआ है, जहां से लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. सबसे पहले अमेरिका और नाटो देशों के नागरिकों को निकाला जा रहा है, इसके अलावा अफगानी नागरिकों को भी निकाला जा रहा है.
भले ही अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने पर लोगों का गुस्सा निकल रहा है, लेकिन इस मुश्किल भरे वक्त में जिन लोगों तक भी मदद पहुंच पा रही है वे अमेरिकी सेना और नाटो देशों की सेना का शुक्रिया अदा कर रहे हैं.