Advertisement

टोरंटो में खत्म होगा जातिगत भेदभाव! कनाडा के सबसे बड़े स्कूल ने उठाया अहम कदम

अमेरिका के सिएटल शहर के बाद अब कनाडा के स्कूलों में भी जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी हो रही है. टोरंटो डिस्ट्रिक्ट स्कूल बोर्ड ने स्वीकार किया है शहर के स्कूलों में जातिगत भेदभाव होते हैं और बोर्ड ने इसे खत्म करने के लिए अहम कदम उठाया है.

कुछ समय पहले अमेरिका के सिएटल में जातिगत भेदभाव पर लगा था बैन (फोटो- एपी) कुछ समय पहले अमेरिका के सिएटल में जातिगत भेदभाव पर लगा था बैन (फोटो- एपी)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 2:48 PM IST

पिछले महीने ही अमेरिका के सिएटल शहर ने जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध लगा दिया था और ऐसा करने वाल सिएटल अमेरिका का पहला शहर है.अब जातिगत भेदभाव के खिलाफ शुरू हुई यह लड़ाई सिएटल से होते हुए कनाडा के टोरंटो तक पहुंच गई है. टोरंटो में जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष और विरोध में लोग खड़े हो गए हैं. इसे लेकर डिस्ट्रिक्ट स्कूल बोर्ड के बाहर लोगों में बहस भी हुई. 

Advertisement

सिएटल का ऐतिहासिक कदम

 फरवरी 2023 में सिएटल ने जब जातिगत भेदभाव को प्रतिबंधित किया. इसके बाद भारतीय अमेरिकी नेता एवं अर्थशास्त्री ने सिएटल सिटी काउंसिल में भेदभाव न करने की नीति में जाति को शामिल करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था, जिसे बाद में पारित कर दिया गया.उच्च जाति के हिंदू, क्षमा सावंत द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सिएटल सिटी काउंसिल ने 6/1 वोट से मंजूरी दे दी थी. सिएटल शहर का यह फैसला अमेरिका में जातिगत भेदभाव के मुद्दे पर दूरगामी प्रभाव डाल सकते है.

टोरंटो तक पहुंची बात

 सिएटल के बाद टोरंटो डिस्ट्रिक्ट स्कूल बोर्ड (TDSB) के भी अहम कदम उठाया और इस बात को भी स्वीकार किया कि शहर के स्कूलों में जातिगत भेदभाव होते हैं. बोर्ड ने इसे खत्म करने के लिए प्रांतीय मानवाधिकार निकाय की मदद लेने का फैसला लिया है. 8 मार्च को हुई बोर्ड की बैठक में बोर्ड ने मुद्दे का अध्ययन और मूल्यांकन करने के लिए एक तटस्थ पर्यवेक्षक के रूप में इसे ओंटारियो मानवाधिकार आयोग को भेजा. बोर्ड ने माना कि उसके पास इस मुद्दे पर पर्याप्त विशेषज्ञता नहीं है. टीडीएसबी ने यह कदम सिएटल सिटी काउंसिल द्वारा उठाए लिए गए फैसले के बाद उठाया है. सिएटल भारत के बाद ऐसा कदम उठाने वाला दुनिया का पहला शहर बना है.

Advertisement

'छात्रों के हित में'

 सिएटल सिटी काउंसिलर सावंत ने टीडीएसबी सदस्यों को लिखे एक पत्र में कहा, 'टोरंटो स्कूल ने जातिगत भेदभाव को खत्म करने का प्रस्ताव, टोरंटो के सभी पब्लिक स्कूल के छात्रों के सर्वोत्तम हित में है. प्रमुख जगहों पर छात्र शैक्षिक वातावरण में कई रूपों में जातिगत भेदभाव का सामना कर सकते हैं, जिसमें जातिवादी दासता, सामाजिक और ऑनलाइन में भेदभाव भी शामिल है.'

विरोध में भी हैं लोग

दूसरी तरफ उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं का गठबंधन (CoHNA) इसके खिलाफ एक अभियान चला रहा है.  CoHNA ने कहा है कि इसका कनाडा में खूब विरोध हो रहा है. CoHNA कनाडा ने इस प्रस्ताव के विरोध में समुदाय को 21,000 से अधिक ईमेल और कई फोन कॉल किए हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नॉर्थ यॉर्क में टीडीएसबी कार्यालय में वोटिंग के दौरान बड़े-बड़े विरोध प्रदर्शन हुए. समुदाय के लोगों ने घंटों तक कतार में खड़े होकर यह सुनिश्चित किया कि उनकी बात भी सुनी जाए.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement