
कुछ यात्रियों ने हालिया टर्बुलेंस के बाद सिंगापुर एयरलाइंस के इन-फ्लाइट सर्विस प्रोटोकॉल में बदलाव को 'जल्दबाजी में उठाया गया कदम' बताया है. एक मीडिया रिपोर्ट में गुरुवार को इसकी जानकारी दी गई. नए नियमों का असर फ्लाइट की सर्विस पर पड़ रहा है और केबिन क्रू का तनाव बढ़ रहा है.
यात्रियों और चालक दल पर पड़ रहा असर
द स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट में सीट-बेल्ट साइन ऑन होने पर फूड सर्विस को बंद करने और केबिन क्रू सदस्यों के लिए सीट बेल्ट लगाने की अनिवार्यता का यात्रियों और चालक दल पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है. 21 मई को लंदन से सिंगापुर जा रही फ्लाइट SQ321 में टर्बुलेंस के चलते एक यात्री की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हो गए थे. इसके बाद एयरलाइंस ने व्यापक सुरक्षा उपाय किए हैं.
अंडमान सागर से होकर गुजरती हैं फ्लाइट्स
इससे पहले सीट बेल्ट साइन ऑन होने पर सिर्फ गर्म पेय पदार्थ और सूप परोसने की अनुमति नहीं थी और चालक दल अपने अनुसार सेवा जारी रख सकता था. लेकिन अब फूड सर्विस पूरी तरह से रोक दी गई है. द स्ट्रेट्स टाइम्स के अनुसार, यूरोप से आने वाली (सिंगापुर की ओर) फ्लाइट्स अंडमान सागर के उस हिस्से से होकर गुजरती हैं जो टर्बुलेंस के लिए जाना जाता है.
नई सेवाओं से नाखुश यात्री
एक फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि सिंगापुर-भारत रूट पर उसकी हालिया साढ़े तीन घंटे की फ्लाइट के दौरान एक घंटे से अधिक का टर्बुलेंस अनुभव किया गया. केबिन क्रू को बचे हुए थोड़े समय में फूड सर्विस देनी थी. उसने कहा, 'कुछ यात्रियों को यह समझ नहीं आया कि सर्विस पॉलिसी में बदलाव क्यों जरूरी है. उन्होंने टर्बुलेंस के चलते सेवा के प्रभावित होने के बाद फ्लाइट सर्विस को 'औसत से खराब' रेट किया.'
सोशल मीडिया यूजर्स ने दिए सुझाव
फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि हम तनाव में और थके हुए हैं लेकिन फिलहाल हम मौजूदा परिस्थितियों में काम करने के अलावा कुछ नहीं कर सकते हैं. द सिंगापुर डेली में भी कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने सुझाव दिया कि यात्रियों को विशेष रूप से छोटी और कम दूरी की उड़ानों में टर्बुलेंस के कारण फूड सर्विस बंद होने की स्थिति में अपना खाना और ड्रिंक साथ लेकर जाना चाहिए.