Advertisement

अजीत डोभाल ने चीन के NSA वांग यी से की मुलाकात, जानें- LAC के मुद्दे पर क्या हुई बात

एनएसए अजीत डोभाल ने बॉर्डर पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व की बात कही और इस बात पर जोर दिया कि व्यापक द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए स्थिर LAC एक जरूरी शर्त है.

अजीत डोभाल ने चीन के NSA से मुलाकात की (फाइल फोटो) अजीत डोभाल ने चीन के NSA से मुलाकात की (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:53 PM IST

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने ब्रिक्स राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक के दौरान कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और केंद्रीय विदेश मामलों के आयोग के कार्यालय के निदेशक वांग यी से मुलाकात की. रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित इस बैठक में दोनों अधिकारियों ने LAC पर चल रहे मुद्दों पर चर्चा और समीक्षा की. 

Advertisement

मीटिंग के दौरान दोनों पक्षों ने भारत-चीन संबंधों को स्थिर करने और पुनर्निर्माण पर जोर देते हुए LAC से जुड़े मुद्दे का शीघ्र समाधान खोजने की अपनी प्रतिबद्धता जताई. साथ ही दोनों देश उन क्षेत्रों में अपने प्रयासों को दोगुना करने पर सहमत हुए, जहां तनाव बना हुआ है. 

एनएसए अजीत डोभाल ने बॉर्डर पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व की बात कही और इस बात पर जोर दिया कि व्यापक द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए स्थिर LAC एक जरूरी शर्त है.

यह भी पढ़ें: NSA अजीत डोभाल ने की पुतिन से मुलाकात, रूसी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स समिट के लिए दिया पीएम मोदी को न्योता

भारतीय एनएसए ने दोहराया कि दोनों देशों को पिछले कुछ वर्षों में हुए समझौतों और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना चाहिए. इसके अलावा दोनों अधिकारियों ने स्वीकार किया कि भारत-चीन संबंध न केवल द्विपक्षीय गतिशीलता के लिए, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण हैं.

Advertisement

LAC से संबंधित चर्चाओं के अलावा अजीत डोभाल और वांग ने व्यापक क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. इस दौरान उभरती सुरक्षा चिंताओं को दूर करने में भारत और चीन के बीच सहयोग के महत्व पर बात की गई. इस बैठक को दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव कम करने और कम्युनिकेशन बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने हाल के वर्षों में सीमा विवादों के कारण तनावपूर्ण संबंधों का सामना किया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement