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जवाहिरी किन-किन हमलों में रहा है शामिल, जिसे काबुल में अमेरिका ने मार गिराया

अल जवाहिरी 1985 में इजिप्ट से पाकिस्तान के पेशावर आया था. यहां वह उन्होंने अफगानिस्तान में सोवियत सैनिकों के साथ जंग लड़ रहे लड़ाकों का इलाज करता था. यहीं जवाहिरी की मुलाकात ओसामा बिन लादेन से हुई थी. इसके बाद दोनों करीब आए. 1998 में दोनों अफगानिस्तान में एक साथ नजर आए. दोनों आतंकियों ने एक संगठन बनाने का ऐलान किया.

अल जवाहिरी (फाइल फोटो) अल जवाहिरी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 02 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 11:15 AM IST

अमेरिका ने शनिवार को अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी को ड्रोन हमले में ढेर कर दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाहिरी की मौत की पुष्टि की. अल जवाहिरी (71 साल) ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद से आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर था. जवाहिरी काबुल में एक घर में छिपा था. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था. इस हमले में 2977 लोगों की मौत हो गई थी. आईए जानते हैं कि अल जवाहिरी ने किन किन हमलों की साजिश रची? 

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1988 में साथ आए लादेन और जवाहिरी

जवाहिरी 1985 में इजिप्ट से पाकिस्तान के पेशावर आया था. यहां वह उन्होंने अफगानिस्तान में सोवियत सैनिकों के साथ जंग लड़ रहे लड़ाकों का इलाज करता था. यहीं जवाहिरी की मुलाकात ओसामा बिन लादेन से हुई थी. इसके बाद दोनों करीब आए. 1998 में दोनों अफगानिस्तान में एक साथ नजर आए. लादेन और जवाहिरी ने मिस्र के इस्लामिक जिहाद और अल कायदा का विलय करके यहूदियों के खिलाफ विश्व इस्लामिक फ्रंट के गठन का ऐलान किया. 

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एक समय जवाहिरी ओसामा बिन लादेन के निजी फिजीशियन के तौर पर काम करता था. दोनों ने मिलकर फतवा जारी करना शुरू किया. इन फतवाओं में कहा गया, 'अमेरिकियों और उनके सहयोगियों, चाहे नागरिक हों या जवान, उनके खिलाफ लड़ने और मारने का फैसला करना हर मुसलमान का एक दायित्व है. 

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इन हमलों की रची साजिश

जवाहिरी और लादेन के फतवों के बाद अमेरिकियों के खिलाफ हमले तेज हो गए. केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावास पर आत्मघाती हमले हुए. इनमें 200 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 5000 से ज्यादा लोग घायल हुए. इन दोनों हमलों के पीछे जवाहिरी का हाथ माना जाता है. 

इसके बाद अक्टूबर 2000 में यमन में  USS Cole पर आत्मघाती हमला हुआ. इसमें 17 अमेरिकी सैनिक मारे गए. इस दौरान 39 लोग जख्मी हुए. इसमें हमले की साजिश भी जवाहिरी ने रची. इसके अलावा जवाहिरी को 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए हमले का मास्टर माइंड माना जाता है. इसमें करीब 3000 लोग मारे गए थे. सितंबर 2001 के हमले से पहले और बाद में जवाहिरी के कई वीडियो और ऑडियो टेप सामने आए, जिसमें वह मुस्लिमों को पश्चिम देशों पर हमले के लिए उकसाता दिखा. 

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जवाहिरी की मौत पर क्या बोले बाइडेन? 

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था. इस हमले में 2977 लोगों की मौत हो गई थी. दशकों से वह अमेरिकियों पर हमले का मास्टरमाइंड रहा है. जो बाइडेन ने कहा, शनिवार को मेरे आदेश पर अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में सफल एयर स्ट्राइक की, इसमें अल कायदा का चीफ अल जवाहिरी ढेर हो गया. उन्होंने कहा, अब न्याय हो गया है. आतंकी जवाहिरी की मौत हो गई है. बाइडेन ने कहा, ''कोई फर्क नहीं पड़ता कितना समय हुआ, कोई फर्क नहीं पड़ता, तुम कहां छिपे हो. अगर तुम हमारे लोगों के लिए खतरा हो, अमेरिका तुम्हें खोज निकालेगा.'' 

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बाइडेन ने बताया कि बैठकों के बाद मैंने जवाहिरी को मारने के लिए ऑपरेशन को मंजूरी दी. मिशन सफल रहा. इस दौरान जवाहिरी के परिवार के किसी भी सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचाया गया. इतना ही नहीं इस दौरान कोई नागरिक भी नहीं मारा गया. बाइडेन ने कहा, जब 1 साल पहले मैंने फैसला किया कि अमेरिकियों को बचाने के लिए अफगानिस्तान में हमारे हजारों सैनिकों की कोई जरूरत नहीं है. तब मैंने अमेरिकी लोगों से वादा किया था कि हम अफगानिस्तान और उसके बाहर प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियान चलाना जारी रखेंगे. हमने बस यही किया है. 

 

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