
नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच चल रही लंबी खींचतान अब आर-पार की दिशा में बढ़ती दिखाई दे रही है. अमेरिका ने एक बार फिर कोरिया के तानाशाह के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है. अमेरिका ने साफ कर दिया है कि अब उसके सब्र का बांध टूट गया है.
जापान के दौरे पर पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी कि उत्तर कोरिया पर रणनीतिक धैर्य दिखाने का समय खत्म हो गया है. ट्रंप का ये बयान उत्तर कोरिया के खिलाफ सभी विकल्पों पर जापान का समर्थन मिलने के बाद आया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने एशिया दौरे के दूसरे दिन उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को विश्व सभ्यता के साथ अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया है. डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौजूदगी में किम जोंग उन के खिलाफ रणनीतिक धैर्य का समय खत्म होने की घोषणा की.
अमेरिका के करीबी सहयोगी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी ट्रंप के बयान पर सहमति जताई है. वो इस बात पर राजी नजर आए कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल सहित सभी विकल्प खुले हुए हैं. उत्तर कोरिया के मिसाइलों की फायरिंग लाइन में आने वाले जापान के प्रधानमंत्री आबे ने 35 कोरियाई समूहों और लोगों की संपत्तियों पर जापान द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की भी घोषणा की.
पहले भी ट्रंप दे चुके हैं संकेत
डोनाल्ड ट्रंप पहले भी संकेत दे चुके हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा पर वॉशिंगटन राजनयिक समाधान के इतर भी गौर कर सकता है. साथ ही सैन्य हस्तक्षेप पर विचार कर सकता है.
बता दें कि उत्तर कोरिया अक्सर अपने परमाणु कार्यक्रम लॉन्च करता रहता है. साथ ही उसका तानाशाह किम जोंग उन सार्वजनिक तौर पर अमेरिका को चुनौती और युद्ध की धमकियां देता रहता है.