
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि अमेरिका में तेल के दो टैंकरों पर हुए हमलों का जवाब देने के लिए सभी मुमकिन विकल्पों पर विचार कर रहा है. पोम्पियो के सीबीएस को दिए साक्षात्कार के हवाले से अमेरिकी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा है कि अमेरिका सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है. हमने राष्ट्रपति को इस बात की दो बार जानकारी दे दी है. उन्होंने कहा कि विकल्पों में सैन्य विकल्प भी है. पोम्पियो ने कहा कि वाशिंगटन ईरान के साथ मौजूदा तनाव को और ज्यादा बढ़ने से रोकना चाहता है.
उसी दिन फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने युद्ध रोकने के लिए हर वह मुमकिन काम किया जो वे कर सकते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता है. आगे पोम्पियो ने कहा कि व्यापारिक जहाजों पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ने स्पष्ट इरादों से हमला किया था ताकि जलमार्ग से विमानों को जाने से रोका जा सके. शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने अपनी बात दोहराते हुए एक बार फिर कहा कि तेल के टैंकरों पर हुए हमलों के पीछे ईरान का हाथ है. पोम्पियो ने जोर देकर कहा कि अमेरिका वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण जलमार्ग होर्मुज में यात्रा करने की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा.
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि अमेरिका अपने आर्थिक आतंकवाद को ईरान पर थोपने के लिए अपनी जोड़तोड़ की कूटनीति के तहत ये आरोप लगा रहा है. तेहरान ने पोम्पियो के उन सभी आरोपों को खारिज करते हुए अपने दोनों हाथ खड़ा दिया जिसमें तेल टैंक पर हुए हमलों के पीछे ईरान का हाथ बताया गया है.