
ईरान में पुलिस की हिरासत में महसा अमिनी (22) की मौत के विरोध में शुरू हुई विरोध प्रदर्शन राष्ट्रव्यापी हो चुका है. रॉयटर्स के मुताबिक देश के 50 से ज्यादा शहरों में लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को दो थानों व कई वाहनों में आग लगा दी. इस दौरान सुरक्षाबलों से हुई झड़पों में अब तक करीब 40 प्रदर्शनकारियों की जान जा चुकी है. सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों की धरपकड़ के लिए रिहायशी बिल्डिंगों में भी छापेमारी कर रहे हैं.
वहीं अमेरिका ने प्रदर्शनकारियों की मौत पर सख्त रुख अपनाते हुए अपने देश में ईरानी खुफिया और सुरक्षा मंत्रालय, सुरक्षा बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अफसरों की संपत्तियों और बैंक खातें फ्रीज कर दिए हैं.
जल्द जला दिया जाएगा खामेनेई का घर
ईरान की महिला पत्रकार मसीह अलीनेजादी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि ईरान में सुरक्षा बलों के साथ झड़प में अब तक 40 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. यह सब देहदाश शहर में हो रहा है. अमोल शहर में 10 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
मसीह अलीनेजादी ने अपने दूसरे ट्वीट ने बताया कि उत्तरी ईरान के बाबोल के उग्र लोगों ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के होर्डिंग में आग लगा दी. अली खामेनेई का घर जल्द ही इन लोगों के गुस्से और नफरत की आग में जल जाएगा.
US ने ईरान की धर्माचार पुलिस पर लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने महसा अमिनी की मौत के बाद वहां की इस्लामिक रिपब्लिक पुलिस (मोरैलिटी पुलिस) और अन्य सरकारी एजेंसियों के अफसरों पर पाबंदियां लगा दी हैं. ये पाबंदियां अमिनी की मौत के बाद ईरान में हिंसा भड़कने और फिर सुरक्षा बलों से हुई झड़पों में कई प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद लगाई गई हैं.
वित्त मंत्रालय के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने प्रतिबंधों के लिए ईरानी खुफिया और सुरक्षा मंत्रालय, सुरक्षा बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारियों को भी नामजद किया है. उन्हें अब अमेरिका में अपनी संपत्तियों और बैंक खातों तक पहुंच से वंचित होना पड़ेगा.
वित्त मंत्रालय ने विज्ञप्ति में कहा,'ये अधिकारी उन संगठनों की देखरेख करते हैं जो शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों और ईरानी नागरिक समाज के सदस्यों, राजनीतिक असंतुष्टों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और ईरानी बहाई समुदाय के सदस्यों को दबाने के लिए नियमित रूप से हिंसा करते रहते हैं.'
ईरानी दोस्तों को जोड़ने के लिए काम कर रहे: WhatsApp
ईरान में सरकार ने इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप को बैन कर दिया है. कंपनी ने बयान जारी कर कहा, 'हम अपने ईरानी दोस्तों को जोड़े रखने के लिए काम कर रहे हैं और अपनी सेवा को चालू रखने के लिए अपनी तकनीकी क्षमता के भीतर कुछ भी करेंगे.'
कंपनी ने कहा, 'हम प्राइवेट तरीके से दुनिया को जोड़ने के लिए मौजूद हैं. हम लोगों के निजी तौर पर संदेश भेजने के अधिकार के साथ खड़े हैं. हम ईरान के लोगों के नंबर ब्लॉक नहीं कर रहे हैं. हम हमारे ईरानी दोस्तों को आपस में जोड़े रखने के लिए काम कर रहे हैं और हमारे पास तकनीकी तौर पर अपनी सेवा को चलाते रहने के लिए जो भी मुमकिन होगा, उसे हम संभव करेंगे.'
इसलिए हो रहा विरोध प्रदर्शन
ईरान में महसा अमिनी नाम की युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उन्हें महिलाओं के लिए ईरान के सख्त ड्रेस कोड के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस का दावा है कि महसा की मौत हार्ट अटैक से हुई.
अमिनी के परिवार का दावा है कि महसा बिल्कुल स्वस्थ थी. पुलिस हिरासत में ही कुछ ऐसा हुआ, जिससे उसकी मौत हो गई. महसा की मौत के बाद ईरान में बवाल तेज हो गया. ईरान में हिजाब पहनने के सख्त कानून के बावजूद महिलाएं हिजाब उतारकर और कई जगहों पर हिजाब जलाकर अपना विरोध जता रही हैं.
2019 के बाद सबसे बड़े प्रदर्शन हो रहा
ईरान में 2019 में ईंधर की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए थे. तब प्रदर्शन के दौरान 1,500 लोग मारे गए थे. 2019 के बाद से अब देश में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
इस बार बड़ी संख्या में महिलाएं शरिया कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. महिला न सिर्फ विरोध में हिजाब जला रही हैं, बल्कि अपने बाल भी काट कर विरोध जता रही हैं.