
इजरायल और हमास में जारी युद्ध का असर अमेरिका में भी देखने को मिला. यहां 71 साल के बुजुर्ग ने 6 साल के फिलिस्तीनी बच्चे पर 26 बार चाकू से हमला करके हत्या कर दी. इस बर्बरता को देखते हुए प्लेनफील्ड की रहने वाली एक फिलिस्तीनी महिला ईमान नेगरेट ने मारे गए बच्चे के घर के बाहर एक टेडी बियर फाउंडेशन शुरू किया है.
रोते हुए ईमान नेगरेट ने कहा, ''मैंने उस छोटे लड़के (वदेया अल फाओमी) और उसकी मां के लिए यह टेडी बियर फाउंडेशन शुरू करने की कोशिश की है, जिसे मुसलमान होने की इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. कोई कैसे एक मासूम से बच्चे पर 26 बार चाकू से हमला कर सकता है? उस बच्चे का क्या ये कसूर था कि वो मुसलमान था? उसने तो अभी जिंदगी जीनी शुरू ही की थी. हम भी मुसलमान हैं, फिलिस्तीन से हैं और अमेरिका में पिछले 20 सालों से रह रहे हैं. कभी हमें इतना डर नहीं लगा. लेकिन अब हमें यहां भी सुरक्षित महसूस नहीं हो रहा.''
उसने कहा, ''मेरी बेटी ने 6 साल के वदेया और उसकी मां के लिए दो टेडी बियर रखे हैं. उसने वो टेडी बियर मुझे लाकर दिए और कहा कि ये भूरे रंग वाला बड़ा टेडी उस बच्चे की मां है और नीले रंग का छोटा टेडी वो छोटा बच्चा. हमने उन दोनों टेडी बियर को मां-बेटे के नाम कर दिया है. वदेया के घर के बाहर इसलिए उन्हें रखा है ताकि लोग उस बच्चे को श्रद्धांजलि दे सकें. साथ ही उसकी मां जो कि गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है, वो जल्द ठीक हो जाए. कई अन्य लोग भी यहां आकर टेडी बियर रख रहे हैं.''
रॉयटर्स के मुताबिक, ईमान नेगरेट ने कहा कि इजरायल और हमास के बीच जो कुछ भी चल रहा है उसका खामियाजा हम अमेरिका में बैठकर भुगत रहे हैं. बेशक हम वहां नहीं हैं लेकिन अमेरिका में रहने के बावजूद भी मेरे फेसबुक पर कुछ लोगों ने मुझे आतंकी तक लिख डाला है. इतना ही नबीं, मेरे तीन अंकल जो कि अमेरिकी नागरिक हैं वो इस समय फिलिस्तीन में फंसे हुए हैं. वो वापस अमेरिका भी नहीं आ पा रहे हैं. सिर्फ इसलिए क्योंकि वो मूलरूप से फिलिस्तीन के रहने वाले थे. लेकिन ये बात कोई भी नहीं सोच रहा कि वो लोग तो पिछले 50 सालों से अमेरिका में रह रहे हैं और अब यहीं के नागरिक हैं.
क्या है पूरा मामला?
बता दें, शिकागो में विल काउंटी शेरिफ दफ्तर ने बताया कि जांच में सामने आया है कि 71 साल के बुजुर्ग ने हमास और इजरायल में चल रहे युद्ध से प्रभावित होकर और पीड़ितों के मुस्लिम होने की वजह से उनपर ये हमला किया. हमास और इजरायल में जारी युद्ध के बीच अमेरिका में यहूदी विरोधी या इस्लामोफोबिक भावनाओं से प्रेरित हिंसा को लेकर हाई अलर्ट है. अधिकारियों को दोनों पीड़ित शनिवार की सुबह शिकागो से लगभग 65 किमी दूर एक घर में मिले थे. इसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया. जहां लड़के को मृत घोषित कर दिया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि लड़के को बड़े चाकू से 26 बार वार किया गया था.
वहीं, लड़के की मां पर एक दर्जन से ज्यादा वार चाकू से हमला किया गया. वह अस्पताल में भर्ती और इसका इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, महिला ने 911 पर कॉल करके बताया कि उसके मकान मालिक ने उस पर चाकू से हमला किया है, इसके बाद वह बाथरूम में भाग गई और वह उससे लड़ती रही. पुलिस ने आरोपी जोसेफ एम कज़ुबा को गिरफ्तार कर लिया है. वह अपने घर के पास रास्ते पर जमीन पर बैठा मिला. उसके माथे पर चोट के निशान थे. पुलिस ने आरोपी पर फर्स्ट-डिग्री हत्या, फर्स्ट-डिग्री हत्या का प्रयास, घृणा अपराध के दो मामले और घातक हथियार से हमला करने का आरोप लगाया है. उसे अब कोर्ट में पेश किया जाएगा.