
अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने पुष्टि की है कि अमेरिका ने यूक्रेन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है, जिससे यूक्रेनी सेना की रूसी सेना को निशाना बनाने की क्षमता पर गंभीर असर पड़ सकता है. रैटक्लिफ ने कहा कि वे यूक्रेन के साथ शांति के मामले पर काम में सहयोग की उम्मीद करते हैं. उनका बयान खासतौर से यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति को किए गए अपील के बाद आया है.
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट करते हुए जिक्र किया था कि यूक्रेन जल्द से जल्द बातचीत की मेज पर बैठने के लिए तैयार है. हालांकि, उनका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक योजना के अनुसार नहीं चली, जिसे ठीक करने की जरूरत है.
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यूक्रेन को दिया जाने वाला मिलिट्री सपोर्ट ट्रंप ने रोका
ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि 4 मार्च को राष्ट्रपति ट्रंप ने कीव के लिए सभी सैन्य सहायता को निलंबित करने का आदेश दिया था, जो अब तक दी जा रही समर्थन को भी शामिल करता है. ऐसा माना जा रहा है कि यह फैसला ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच विवाद के बाद दबाव डालने के लिए लिया गया है.
ट्रंप को जेलेंस्की ने भेजी चिट्ठी
उसी दिन शाम को, जेलेंस्की ने अमेरिका से सैन्य सहायता रुकने के संबंध में आधिकारिक जानकारी हासिल करने निर्देश दिया. इसके बाद, अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन की सैन्य सहायता के निलंबन की घोषणा नहीं की. हालांकि, ट्रंप ने अपने संबोधन में उनकी द्वारा भेजी गई एक चिट्ठी का जिक्र किया, जिसमें जेलेंस्की बातचीत दोबारा करने को तैयार थे.
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जेलेंस्की पर दबाव बनाने के लिए ट्रंप का एक्शन!
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिकी सैन्य सहायता का निलंबन तब तक जारी रहेगा जब तक ट्रंप यह निर्धारित नहीं कर लेते कि यूक्रेन के राष्ट्रपति शांति वार्ता का समर्थन करते हैं. मंगलवार को जेलेंस्की के बयान के बावजूद यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप यूक्रेन के लिए अमेरिकी सैन्य सहायता बहाल करेंगे या नहीं.