
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि न्यू ऑरलियन्स के हमलावर शमसूद-दीन जब्बार ने अकेले ही घटना को अंजाम दिया, हालांकि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि उसे ISIS का मजबूत समर्थन हासिल था. दरअसल जब्बार ने बुधवार सुबह बोरबॉन स्ट्रीट में लगी भीड़ पर अपना पिकअप ट्रक चढ़ा दिया था, जिससे 14 लोगों की मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए.
न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक, FBI इस घटना की जांच कर रही है और इसे आतंकवादी साजिश के रूप में ले रही है. वहीं घटना के बाद 42 साल के जब्बार की भी स्थानीय पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में मौत हो गई. शमसूद-दीन जब्बा ह्यूस्टन का रहने वाला था और वह गाड़ी से न्यू ऑरलियन्स गया था. अब इस मामले की जांच आतंकी एंगल से भी की जा रही है.
जांच के दौरान दो आईईडी बरामद
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि FBI ने मुझे बताया कि अभी तक हमें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि हमले में जब्बार के अलावा किसी और का हाथ है. वहीं जांच के दौरान दो आईईडी बरामद किए गए हैं, जिसे शमसूद-दीन ने कूलर में रखा था.
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बाइडेन ने कहा कि हमलावर ने हमले से कुछ घंटे पहले कई वीडियो पोस्ट किया था और बताने की कोशिश कर रहा था कि उसे ISIS का समर्थन हासिल है. FBI और खुफिया विभाग सक्रिय रूप से तहकीकात कर रहे हैं और किसी भी विदेशी या घरेलू संपर्क की जांच कर रहे हैं.
बाइडेन ने सुरक्षा टीम के साथ बैठक की
बाइडेन ने गुरुवार दोपहर कैंप डेविड से लौटने के तुरंत बाद अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बैठक की, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वे यह भी जांच कर रहे हैं कि न्यू ऑरलियन्स हमले और लास वेगास में हुए विस्फोट के बीच कोई संबंध है या नहीं.
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होमलैंड सुरक्षा सचिव एलेजांद्रो मयोरकास ने एक न्यूज चैनल को बताया कि न्यू ऑरलियन्स आतंकी हमले का संदिग्ध, घरेलू हिंसक का हिस्सा है. जो पिछले दस वर्षों में विकसित हुआ है.
एक न्यूज चैनल के अनुसार, जब्बार ने 2007 से 2015 तक सेना में काम किया था, इस दौरान उसे फरवरी 2009 से जनवरी 2010 तक अफगानिस्तान में तैनात किया गया था. वह 2015 से 2020 तक आर्मी रिजर्व में आईटी विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहा था.