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अलकायदा और पाकिस्तानी तालिबान के 4 नेताओं को वैश्विव आतंकी घोषित किया गया

अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अलकायदा और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के चार नेताओं को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कर दिया है. विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने ये ऐलान करते हुए साफ कर दिया है कि आफगानिस्तान की धरती पर किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

अमेरिका का आतंकवाद पर प्रहार अमेरिका का आतंकवाद पर प्रहार
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:02 PM IST

अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अलकायदा और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के चार नेताओं को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कर दिया है. विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने ये ऐलान करते हुए साफ कर दिया है कि आफगानिस्तान की धरती पर किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जिन आतंकियों के खिलाफ ये कार्रवाई हुई है, उनमें भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (AQIS) के अमीर ओसामा महमूद, अमीर आतिफ याह्या गौरी, मोहम्मग मारूफ शामिल हैं.

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इस एक्शन के बाद अब उन आतंकियों की वो सारी प्रॉपर्टी फ्रीज हो जाएगी जो अमेरिका के अधीन होगी. इसके अलावा इस बात पर भी जोर दिया गया है कि अमेरिका का कोई भी नागरिक इन चार आतंकियों के साथ किसी भी तरह का लेन देन नहीं कर सकेगा. अब ये कोई पहली बार नहीं है जब अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के खिलाफ एक्शन लिया गया हो. इससे पहले भी कई ऐसे आतंकियों को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया है जिन्हें दुनिया के लिए बड़ा खतरा माना गया. अलकायदा संगठन की बात करें तो इसकी स्थापना 2014 में हुई थी. इसका सिर्प एक उदेश्य था, इसे हिंसा के जरिए इस्लामिक राज्य बनाना था. ये पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भारत, बांग्लादेश की सरकारों से लगातार लड़ता रहता है. 

वहीं पाकिस्तानी तालिबान की बात करें तो ये संगठन भी 2007 से  अफगान-पाकिस्तानी सीमा पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है. कई आतंकवादी समूहों को ट्रेनिंग देने का काम भी ये संगठन करता है. इसी वजह से अमेरिका ने इस पर नकेल कसने का फैसला किया है. अभी तक अमेरिका की इस कार्रवाई पर तालिबान या फिर पाकिस्तान सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. इस समय उल्टा पाकिस्तान और तालिबान के बीच में तनातनी का माहौल चल रहा है. शुक्रवार को क्योंकि काबुल में पाकिस्तान के दूतावास पर हमला हुआ, इस वजह से जमीन पर तनाव बढ़ गया है.

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