
इंडोनेशिया के करीब और प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपीय देश पापुआ न्यू गिनी में रविवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.7 थी, जिसे उत्तरी पापुआ न्यू गिनी के दूरदराज इलाके में महसूस किया गया.
GFZ ने आगे बताया कि भूकंप का केंद्र 65 किमी (40 मील) की गहराई पर था. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप का केंद्र अंबुंती की छोटी बस्ती से 32 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में था. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान ब्यूरो ने कहा है कि भूकंप से ऑस्ट्रेलिया में सुनामी का कोई खतरा नहीं है.
क्यों आते हैं भूकंप?
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
कौन सा भूकंप होता है खतरनाक?
अभी तक भूकंप की अधिकमत तीव्रता तय नहीं हो पाई है. हालांकि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता है जो ज्यादातर महसूस नहीं होते हैं. 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को क्षतिग्रस्त कर सकता है.