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रूस में पुतिन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा! प्रदर्शन के दौरान 3000 से ज्यादा लोग गिरफ्तार

हफ्ते भर में नवलनी के सहयोगियों और कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया है. उनके भाई ओलेग, शीर्ष सहयोगी हुनोव सोबोल और तीन अन्य लोगों को विरोध प्रदर्शनों के दौरान कोरोनो नियमों के उल्लंघन के आरोप में दो महीने के लिए हाउस अरेस्ट कर दिया गया.

रूस में पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन (फ़ोटो- एपी) रूस में पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन (फ़ोटो- एपी)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 31 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 10:23 PM IST
  • रूस में पुतिन के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा
  • विपक्षी नेता नवलनी की रिहाई की मांग
  • कई शहरों में सड़क पर उतरे हजारों लोग

रूस की जेल में बंद विपक्ष के नेता एलेक्सेई नवलनी की रिहाई को मांग को लेकर रविवार को हजारों लोग सड़कों पर उतरे. इस प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इस घटना के बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए 3000 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया. नवलनी की पत्नी Yulia को भी प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल, प्रशासन इस प्रदर्शन से निपटने की कोशिशों में जुटा है. पुलिस ने प्रदर्शनों में शामिल होने वालों के लिए कड़ी चेतावनी जारी की है. 
 
हफ्ते भर में नवलनी के सहयोगियों और कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया है. उनके भाई ओलेग, शीर्ष सहयोगी हुनोव सोबोल और तीन अन्य लोगों को विरोध प्रदर्शनों के दौरान कोरोनो नियमों के उल्लंघन के आरोप में दो महीने के लिए हाउस अरेस्ट कर दिया गया. मंत्रालय ने जनता को विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने पर सख्त चेतावनी जारी की है. ऐसे करने वालों को सजा की धमकी भी दी गई है. 

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गौरतलब है कि विपक्ष के नेता नवलनी को हिरासत में लिए जाने के बाद से रूस के करीब 100 शहरों में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान लगभग 4000 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, नवलनी की गिरफ्तारी के ठीक बाद, उनकी टीम ने YouTube पर एक वीडियो जारी किया, जिसे 100 मिलियन से अधिक लोग देख चुके हैं.

एलेक्सेई नवलनी (फाइल फोटो: AP)

बता दें कि रूसी अधिकारियों ने पिछले हफ्ते से देशभर में जारी प्रदर्शन को रोकने के लिए कई प्रयास किए हैं. यह प्रदर्शन पिछले कुछ साल में रूस का सबसे बड़ा और व्यापक प्रदर्शन माना जा रहा है. सड़कों पर हजारों की तादाद में आक्रोशित लोग राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ अपनी नाराजगी का इजहार कर रहे हैं. लोगों ने 'पुतिन इस्तीफा दो' के नारे लगाए. उनकी मांग है कि जेल में बंद विपक्ष के नेता एलेक्सेई नवलनी को रिहा किया जाए. 

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इस बीच मॉस्को शहर की पुलिस ने रेड स्क्वायर से लुब्यंका तक के अधिकांश हिस्से में पैदल चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यही नहीं आसपास के 7 मेट्रो स्टेशनों को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है. प्रदर्शन को देखते हुए इलाके में रेस्तरां भी बंद किए जाने का आदेश है. क्रेमलिन के पास सबवे स्टेशन बंद कर दिए गए हैं. बसों का रूट भी बदल दिया गया है. 

प्रदर्शनकरियों को कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए कहा गया कि महामारी नियमों का उल्लंघन करने वालों को पुलिस केस का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, पूर्वी साइबेरिया का नोवोसिबिर्स्क शहर सबसे बड़ी रैलियों का गवाह बना, जहां कई हजार लोग शहर भर में मार्च कर रहे थे. यहां लगभग 90 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. रूस के दूसरे सबसे बड़े शहर सेंट पीटर्सबर्ग में भी हजारों लोग एलेक्सेई नवलनी के समर्थन में सड़कों पर उतरे. यहां पुलिस के साथ लोगों की झड़प भी हुई. 

आपको बता दें कि रूस में विपक्ष के नेता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कटु आलोचक एलेक्सेई नवलनी को 17 जनवरी को मॉस्को एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था. नवलनी ने दावा किया कि उन्हें मारने के लिए जहर दिया गया था. जिसका इलाज कराकर वे अपने घर लौट रहे थे. 

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उधर, भ्रष्टाचार के आरोपों पर राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि न तो उनके पास और न ही उनके किसी करीबी के पास कोई बड़ी संपत्ति है. फिलहाल, इस घटनाक्रम से पुतिन के खिलाफ आलोचना की लहर उठ रही है. यह मामला दुनिया के दूसरे देशों का भी ध्यान खींचने वाला है.  

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