
काबुल के राजनयिक इलाके में बुधवार को हुए भीषण हमले के बाद अफगान राष्ट्रपति अशरफ ग़नी ने वहां की जेलों में बंद 11 तालिबान और हक्कानी आतंकियों की मौत की सजा पर तामील का आदेश दिया है.
काबुल धमाके में हक्कानी का हाथ
काबुल में हुए इस भीषण हमले में कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई थी. अफगान अधिकारियों ने इस हमले के लिए तालिबान से जुड़े हक्कानी नेटवर्क पर आरोप लगाया है. अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने बुधवार देर रात बताया कि उसे विश्वस्त खुफिया सूचना मिली है कि बुधवार 31 मई की सुबह अफगानिस्तान के राजनयिक इलाके में हुए ट्रक बम विस्फोट की योजना पाकिस्तान में हक्कानी नेटवर्क ने बनाई, जिसमें PAK खुफिया एजेंसी ISI भी शामिल है.
टैंकर में 15 सौ किलो की विस्फोटक सामग्री
किसी भी आतंकी संगठन ने अब तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. अधिकारियों ने बताया कि 15 सौ किलो की विस्फोटक सामग्री गंदे पानी के टैंकर में छिपाई गई थी. इस धमाके की अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. हालांकि इसके पीछे हक्कानी नेटवर्क और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI (इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस) का हाथ बताया जा रहा है.