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जरदारी फिर बनेंगे पाकिस्तान के राष्ट्रपति, जानिए 'मिस्‍टर 10 परसेंट' के नाम से क्यों हुए थे बदनाम

आसिफ अली जरदारी 2008 में पहली बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने. उस समय पाकिस्तान के अखबारों में छपा था कि मिस्टर टेन परसेंट देश के नए राष्ट्रपति बने हैं. पाकिस्तान मीडिया में उस समय खूब सुर्खियां आई थी कि जरदारी पाकिस्तान सरकार में किसी भी प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलवाने के लिए 10 फीसदी कमीशन की मांग करते हैं.

आसिफ अली जरदारी आसिफ अली जरदारी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:06 PM IST

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के वरिष्ठ नेता आसिफ अली जरदारी एक बार फिर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हैं. देश में नौ मार्च को राष्ट्रपति चुनाव होंगे, जिसमें जरदारी का जीतना तय है. यह दूसरा मौका है, जब जरदारी देश के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. ऐसे में जरदारी के भुट्टो परिवार से जुड़ने और पाक मीडिया में मिस्टर टेन परसेंट के नाम से पहचाने जाने वाले जरदारी का इतिहास खंगालने की जरूरत है.

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आसिफ अली जरदारी का जन्म 1955 में सिंध में हुआ था. उनकी पढ़ाई-लिखाई कराची में हुई. शुरुआत में उनकी छवि प्लेबॉय की थी. लेकिन उनका राजनीतिक सफर 1983 में शुरू हुआ. उस समय उन्होंने नवाबशाह से डिस्ट्रिक्ट काउंसिल की सीट पर चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. यह हार इतनी करारी थी कि उन्होंने जल्द ही राजनीति को अलविदा कह दिया.

बेनजीर भुट्टो से शादी जिंदगी का Turning Point

लेकिन 1987 में जरदारी की शादी बेनजीर भुट्टो से हुई. आलम ये था कि बेनजीर उस समय लोकप्रिय थी. वह उस समय पाकिस्तान में सत्ता विरोधी आंदोलन का चेहरा थीं. वह अगले ही साल देश की प्रधानमंत्री भी बन गईं. लेकिन उनकी तुलना में जरदारी को कम ही लोग जानते थे. लेकिन उनके भीतर ताकत और वर्चस्व की चाह कूट-कूटकर भरी थी. ऐसे में उन्होंने शुरुआत में पर्यावरण मंत्रालय अपने हाथ में ले लिया और फिर धीरे-धीरे कई अन्य मंत्रालयों की अगुवाई करने लगे. यहीं से उनके भ्रष्टाचार का खेल भी शुरू हुआ. जो भी बेनजीर भुट्टो सरकार के साथ बिजनेस करना चाहता था, कहा जाता है कि जरदारी उससे पहले 10 फीसदी कमीशन तय कर लेते थे. इस दौरान सरकार से जुड़े कई मामलों में जरदारी पर घोटाले के आरोप लगने लगे. इस तरह वह पाकिस्तान की राजनीति में 'मिस्टर 10 परसेंट' के नाम से पहचाने जाने लगे.

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'जब अखबारों में छपा मिस्टर टेन परसेंट देश के राष्ट्रपति'

आसिफ अली जरदारी 2008 में पहली बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने. उस समय पाकिस्तान के अखबारों में छपा था कि मिस्टर टेन परसेंट देश के नए राष्ट्रपति बने हैं. पाकिस्तान मीडिया में उस समय खूब सुर्खियां आई थी कि जरदारी पाकिस्तान सरकार में किसी भी प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलवाने के लिए 10 फीसदी कमीशन की मांग करते हैं.

आसिफ अली जरदारी 12 सालों तक जेल में रहे

जरदारी पर भ्रष्टाचार से लेकर अपहरण और बैंक फ्रॉड जैसे कई आरोप लगे. वह साल 1990 में पहली बार जेल गए थे. इसके बाद वह 1996 में दोबारा जेल गए. उन्होंने तकरीबन 12 साल जेल में बिताए थे. उन्हें भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप में 1997 से 2004 तक जेल में रखा गया था. नवंबर 2004 में जमानत मिली लेकिन हत्या के मुकदमे की सुनवाई में शामिल नहीं होने के बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया. जरदारी को एक स्विस कंपनी से जुड़े मामले में रिश्वत लेने का दोषी भी ठहराया गया. बता दें कि जरदारी पर पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि ब्रिटेन और स्पेन सहित कई मुल्कों में भी मुकदमे चले थे. 

मालूम हो कि पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद लगभग महीने भर की राजनीतिक अस्थिरता के बीच शहबाज शरीफ ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. 

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