
गाजा में इजरायल के हवाई हमलों में हमास के कई प्रमुख नेता मारे गए हैं. हमले में हमास की सरकार के प्रमुख, महमूद अबू वाटफा भी मारे गए हैं, जो आंतरिक मंत्रालय के महानिदेशक थे. इनके अलावा, हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य अबू ओबैदा मोहम्मद अल-जमासी और इस्साम अ-दालीस भी इनमें शामिल थे. हमास के आंतरिक सुरक्षा प्रमुख बहजत अबू सुल्तान और न्याय मंत्रालय के महानिदेशक अबू अम्र अल-हत्ता भी इन हमलों के शिकार बने हैं.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायली सेना द्वारा गाजा पर किए गए इन हमलों ने 413 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान ले ली, जिसमें बच्चों की बड़ी संख्या शामिल है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 413 मृतकों को गाजा के अस्पतालों में पहुंचाया गया है और कुछ लोगों के अब भी मलबे के नीचे दबे होने की संभावना है.
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19 जनवरी को शुरू हुआ था संघर्षविराम
हमास ने इजरायली हमलों को जनवरी 19 को शुरू हुए संघर्षविराम समझौते का एकतरफा उल्लंघन करार दिया है. हमास ने बयान जारी कर कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनकी चरमपंथी सरकार ने संघर्षविराम को रद्द करने का फैसला किया है, जिससे गाजा में बंधकों का अज्ञात भविष्य संकट में पड़ सकता है.
हमास ने अरब और इस्लामी देशों के लोगों, साथ ही पूरी दुनिया के "स्वतंत्र लोगों" से सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है. फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (PIJ) सशस्त्र समूह ने भी इजरायल पर संघर्षविराम की वार्ताओं को "जानबूझकर खत्म करने" का आरोप लगाया है.
खानी यूनिस से लेकर रफाह, गाजा सिटी तक हमले का असर
अक्टूबर 2023 में शुरू हुए संघर्ष के बाद से ही अस्पताल पहले से ही भरे हुए हैं और ताजा हमलों के घायलों को संभालने में मुश्किलें आ रही हैं. गाजा के विभिन्न हिस्सों खानी यूनिस से लेकर रफाह, गाजा सिटी और देइर एल-बलह तक में इजरायल के रातभर के हमलों का असर देखा गया है.