Advertisement

बांग्लादेश में चुनाव की तैयारी तेज... CEC बोले- 18 करोड़ लोगों को वापस मिलेगा वोटिंग का अधिकार

ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग फिर से इन लोगों को मतदान का अधिकार देना चाहता है. सीईसी ने मतदाता सूची अद्यतनीकरण अभ्यास से पहले चुनाव अधिकारियों के लिए एक ट्रेनिंग कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग (ईसी) इस तथ्य को दूर करना चाहता है कि लोग इतने लंबे समय से मतदान के अधिकार से वंचित हैं.

बांग्लादेश में आम चुनावों को लेकर आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं (फाइल फोटो) बांग्लादेश में आम चुनावों को लेकर आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • ढाका,
  • 05 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 6:41 PM IST

बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) एएमएम नासिर उद्दीन ने रविवार को कहा कि लगभग 18 करोड़ लोगों को उनके मतदान के अधिकार से वंचित किया गया है. ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग फिर से इन लोगों को मतदान का अधिकार देना चाहता है. सीईसी ने मतदाता सूची अद्यतनीकरण अभ्यास से पहले चुनाव अधिकारियों के लिए एक ट्रेनिंग कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग (ईसी) इस तथ्य को दूर करना चाहता है कि लोग इतने लंबे समय से मतदान के अधिकार से वंचित हैं. 

Advertisement

उन्होंने कहा, "हम उनके वंचित होने के दर्द को दूर करना चाहते हैं. हम अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं." 

संभावित मतदाताओं की सूची को अपडेट करने के लिए देश भर में डोर-टू-डोर डेटा संग्रह 20 जनवरी से शुरू होगा. सीईसी ने कहा कि वे उन 18 करोड़ लोगों की बात सुनने के लिए यहां हैं जो मतदान के अधिकार से वंचित हैं. उन्होंने कहा, "हमने जिम्मेदारी ली है ताकि हम उनके वंचित होने को दूर कर सकें. आयोग का मुख्य टारगेट निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराना है. यह आज से शुरू होकर परिणाम आने तक की मैराथन दौड़ है."

सीईसी ने कहा, "हमारा लक्ष्य, प्रतिबद्धता और राष्ट्र के प्रति वादा एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव प्रस्तुत करना है, क्योंकि राष्ट्र इतने लंबे समय से इससे वंचित रहा है."

आवामी लीग शासन के दौरान हुए चुनावों की जांच करेगी आयोग

Advertisement

इस बीच, चुनाव आयोग ने पिछले सभी चुनावों में अनियमितताओं और कमियों की जांच करने का फैसला किया है, जिसमें 2014, 2018 और 2024 में अवामी लीग के शासन के दौरान कथित विवादास्पद रहे तीन पूर्ववर्ती चुनाव भी शामिल हैं. 2014, 2018 और 2024 के राष्ट्रीय चुनावों को व्यापक रूप से देश के इतिहास में सबसे विवादास्पद चुनावों में से कुछ माना जाता है.

बता दें कि नवगठित चुनाव आयोग, जिसने 21 नवंबर को कार्यभार संभाला, ने 13वें राष्ट्रीय चुनाव की तैयारी करते हुए पहले ही कई सुधार उपाय शुरू कर दिए हैं. कुछ दिन पहले, सीईसी नासिर उद्दीन ने कहा था कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग चुनावों में भाग ले सकती है, जब तक कि सरकार या न्यायपालिका पार्टी के खिलाफ प्रतिबंध जारी नहीं करती.

साल के अंत में हो सकते हैं चुनाव

गौरतलब है कि अगस्त में हसीना को अपदस्थ करने के बाद अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए शपथ लेने वाले 84 वर्षीय मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने 16 दिसंबर को विजय दिवस के अपने भाषण के दौरान संकेत दिया कि चुनाव 2026 की शुरुआत में हो सकते हैं. उन्होंने कहा, "मोटे तौर पर, चुनाव 2025 के अंत और 2026 की पहली छमाही के बीच निर्धारित किए जा सकते हैं. मतदाता सूची को अपडेट करने के बाद चुनाव कराए जाएंगे."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement