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'पहले अपने अल्पसंख्यकों को...', चिन्मय दास को लेकर भारत की प्रतिक्रिया पर भड़के बांग्लादेश के नेता नाहिद इस्लाम

बांग्लादेश में हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर तनाव बढ़ा हुआ है. भारत ने भी दास की गिरफ्तारी पर एक बयान जारी कर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता जताई थी. भारत के बयान पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सलाहकार नाहिद इस्लाम ने आपत्ति जताई है.

नाहिद इस्लाम ने भारत के बयान पर प्रतिक्रिया दी है (File Photo) नाहिद इस्लाम ने भारत के बयान पर प्रतिक्रिया दी है (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:48 AM IST

बांग्लादेश के हिंदू पुजारी और इस्कॉन के पूर्व प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी को लेकर भारत-बांग्लादेश के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है. सोमवार को चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में ढाका एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही बांग्लादेश में तनाव बढ़ गया है. भारत ने भी दास की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई थी और बांग्लादेश से मांग की थी कि हिंदू समेत सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. भारत की इस प्रतिक्रिया पर बांग्लादेश ने आपत्ति जताई थी और अब अंतरिम सरकार में सूचना और प्रसारण सलाहकार नाहिद इस्लाम ने भी भारत की प्रतिक्रिया को 'अनुचित हस्तक्षेप' करार दिया है.

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नाहिद इस्लाम बांग्लादेश में हुए छात्र आंदोलन का प्रमुख चेहरा थे जिसने शेख हसीना की सरकार गिरा दी. शेख हसीना की आवामी लीग की सरकार गिरने के बाद प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन हुआ जिसमें नाहिद को भी सलाहकार रखा गया है. 

नाहिद ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी को लेकर कहा, 'हमारा मानना है कि इस तरह के बयान अनुचित हस्तक्षेप हैं. ऐसा लगता है जैसे भारत माहौल को और बिगाड़ना चाहता है. भारत को अपने अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों और उनकी सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए.'

उन्होंने आगे कहा, 'हम भारत को जिम्मेदारी से काम करने और आवामी लीग के झूठे प्रोपेगैंडा पर ध्यान न देने का आग्रह करते हैं.'

भारत ने क्या कहा कि भड़क गया है बांग्लादेश

चिन्मय दास की गिरफ्तारी के अगले ही दिन भारत ने एक बयान जारी कर उनकी गिरफ्तारी पर चिंता जताई.

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बयान में कहा गया, 'यह दुर्भाग्य की बात है कि हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने वाले अपराधियों की बजाए, शांतिपूर्ण सभाओं के जरिए वैध मांगें रखने वाले एक हिंदू पुजारी के खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है. हम चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों पर भी चिंता जताते हैं. हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं.'

भारत के इस बयान के बाद मंगलवार देर रात को बांग्लादेश ने एक बयान जारी कर पलटवार किया. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि चिन्मय दास की गिरफ्तारी को कुछ हलकों में गलत अर्थ दिया गया है.

बयान में कहा गया, 'चिन्मय कृष्ण दास को अलग-अलग आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश सरकार का मानना है कि इस तरह के निराधार बयान न केवल तथ्यों को गलत तरीके से पेश करते हैं बल्कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच मित्रता और आपसी समझ की भावना के विपरित भी हैं.'

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