
बांग्लादेश (Bangladesh) के सुरक्षा बलों ने पिछले चार दिनों से देश भर में अशांति के बीच 'ऑपरेशन डेविल हंट' शुरू किया है. इसके तहत 1,308 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने शनिवार को ढाका के बाहरी इलाके में अवामी लीग के एक नेता के घर पर तोड़फोड़ के दौरान छात्र कार्यकर्ताओं के घायल होने के बाद 'ऑपरेशन डेविल हंट' का आदेश जारी किया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना, पुलिस और उनकी स्पेशल यूनिट्स के संयुक्त बलों ने अभियान शुरू होने के बाद से 24 घंटों में मुख्य रूप से महानगरों और देश के कई हिस्सों से 274 लोगों को गिरफ्तार किया है.
'ऑपरेशन डेविल हंट' क्या है?
गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जहांगीर आलम चौधरी ने कहा, "यह अभियान उन लोगों को निशाना बनाएगा, जो देश को अस्थिर कर रहे हैं. यह आदेश तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी शैतानों को जड़ से उखाड़ नहीं दिया जाता."
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग के 81 कार्यकर्ताओं को ढाका के बाहरी इलाके गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया, जहां झड़प शुरू हुई और अधिकारियों को ऑपरेशन डेविल हंट का आदेश देना पड़ा.
ऑपरेशन के बारे में बताते हुए मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "यह अभियान देश की स्थिरता के लिए खतरा पैदा करने वाले व्यक्तियों को हिरासत में लेने पर केंद्रित होगा और तब तक जारी रहेगा जब तक सभी शैतानों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता.
फार्मगेट में Soil Resources Institute में नए सॉइल बिल्डिंग के उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा, "ऑपरेशन डेविल हंट तब तक जारी रहेगा, जब तक हर शैतान को जवाबदेह नहीं ठहराया जाता." सलाहकार के मुताबिक, जो लोग देश की अस्थिरता में योगदान देते हैं और इसके कानून का उल्लंघन करते हैं, वे शैतान हैं.
यह भी पढ़ें: अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ मुंबई पुलिस का क्रैकडाउन, 16 घुसपैठियों को किया अरेस्ट
अभियान में कौन से बल हैं शामिल?
गृह मंत्रालय ने शनिवार शाम कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक में अभियान शुरू करने का फैसला किया. यह ऐलान भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन द्वारा गाजीपुर में हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी के लिए जारी किए गए 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद आया.
अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (मीडिया) इनामुल हक सागर के मुताबिक, अभियान के तहत देश भर में कुल 1,308 संदिग्ध अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. सचिवालय की एक ब्रीफिंग में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव डॉ. नसीमुल गनी ने कहा कि इस अभियान का मुख्य लक्ष्य उन लोगों को गिरफ्तार करना है, जो देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस अभियान में न केवल पुलिस बल्कि बांग्लादेश सेना, नौसेना, वायु सेना, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB), अंसार और तटरक्षक बल के कर्मी भी शामिल होंगे. सशस्त्र बलों, BGB, तटरक्षक बल, पुलिस, रैपिड एक्शन बटालियन और अंसार सहित संयुक्त बलों को अवैध आग्नेयास्त्रों को जब्त करने और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 4 सितंबर से देश भर में तैनात किया गया है.