
स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन ने बांग्लादेश में गिरफ्तार हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई के लिए अपनी आवाज उठाई है. मिशन के बांग्लादेश शाखा के प्रमुख स्वामी पूर्णात्मानंद ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को पत्र लिखकर सरकार से चिन्मय दास की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि देश में वर्तमान स्थिति को देखते हुए चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल रिहाई से आपकी सरकार की प्रतिष्ठा में सुधार होगा.
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. बांग्लादेश के ढाका जिले में शनिवार की सुबह कुछ लोगों ने इस्कॉन मंदिर में आगजनी की. इस्कॉन बांग्लादेश ने कहा कि यह एक इस्कॉन भक्त का "पारिवारिक मंदिर" था, जबकि संगठन के कोलकाता कार्यालय ने कहा कि "इस्कॉन नमहट्टा केंद्र" को निशाना बनाया गया था. ढाका जिले के तुराग पुलिस स्टेशन के अंतर्गत धौर गांव में शनिवार की सुबह हमला हुआ. तुराग पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि अपराधियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है.
बांग्लादेश के इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के महासचिव चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी के अनुसार टिन की छत को उठाने के बाद मंदिर में आग लग गई. उन्होंने कहा कि आग को जल्दी से बुझा दिया गया.
पीटीआई के मुताबिक भारत में इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया कि "बर्बरता करने वालों ने नमहट्टा संपत्ति में मंदिर में आग लगा दी. बांग्लादेश में इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को जला दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चटगांव इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु) को ढाका पुलिस की जासूसी शाखा के अधिकारियों ने ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था. चिन्मय प्रभु शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर अपनी आवाज उठाते रहे हैं. उन्होंने रंगपुर में एक विशाल विरोध रैली को संबोधित किया था.