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बांग्लादेश में शेख हसीना को सत्ता से हटाने के पीछे जिस शख्स की मेहनत है, वो है एक स्टूडेंट लीडर नाहिद इस्लाम. जी हां, इसी नाहिद इस्लाम की वजह से हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और देश छोड़कर भागना पड़ा. वह एक छात्र संगठन 'स्टूडेंट्स एगेंस्ट डिसक्रिमिनेशन' के को-ऑर्डिनेटर हैं. उन्होंने अगले 24 घंटे में एक अंतरिम सरकार के गठन की अपील की है.
नाहिद इस्लाम, ढाका यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हैं. नाहिद उस आंदोलन का चेहरा हैं, जिसकी वजह से शेख हसीना को आनफानन में अपना देश छोड़ना पड़ा. उन्होंने आरोप लगाया था कि 20 जुलाई की सुबह पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया.
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पुलिस ने उठाया, पीटा और हो गए बेहोश
सोशल मीडिया पर इस बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें देखा गया था कि पुलिस उन्हें गाड़ी में बैठा रही है. नाहिद इस्लाम के गायब होने के 24 घंटे बाद उन्हें एक पुल के नीचे बेहोशी की हालत में पाया गया था. उन्होंने दावा किया था कि पुलिस ने उन्हें तब तक पीटा, जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गए.
इससे पहले उनके दोस्त आसिफ महमूद और अबू बकर को 19 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके छह दिन बाद उनके आंखों पर पट्टी बांधकर दूरदराज के इलाके में छोड़ दिया गया था. इसके बाद से ही वे सभी अस्पताल में इलाज करा रहे थे. इस दौरान 26 जुलाई को उन्हें अस्पताल से ही हिरासत में ले लिया गया था.
पुलिस ने दावा किया कि उनकी सुरक्षा की वजह से उन्हें हिरासत में लिया गया है. हालांकि, इस बीच आंदोलन खत्म कराने को लेकर पुलिस ने उनसे वीडियो भी बनवाए. इसके बाद नाहिद इस्लाम जब पुलिस हिरासत से बाहर आए तो उन्होंने आंदोलन और तेज कर दिया. आलम ये रहा कि शेख हसीना को अपना पद छोड़ना पड़ा और देश भी छोड़ना पड़ गया.
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24 घंटे में बनेगी अंतरिम सरकार
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाहिद इस्लाम ने अगले 24 घंटे के भीतर एक अंतरिम सरकार के गठन की अपील की है. उन्होंने कहा कि इसके लिए छात्र संगठन अपना प्रस्ताव भी रखेगा. इस दौरान उन्होंने कहा, "हम सभी को-ऑर्डिनेशन कमेटी, सिविल सोसायटी और पॉलिटिकल और स्टेट स्टेकहोल्डर्स से पहले चर्चा करेंगे. 24 घंटे के भीतर एक अंतरिम सरकार की रूपरेखा पेश की जाएगी. नाहिद इस्लाम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर सेना देश में आपात्काल लगाती है और सरकार का गठन किया जाता है, तो यह स्वीकार नहीं होगा.