
बांग्लादेश में फैली हिंसा के बीच सोमवार को भारत आईं शेख हसीना को लेकर बांग्लादेश की तरफ से बड़ी मांग कर दी गई है. बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के अध्यक्ष एएम महबूब उद्दीन खोकोन ने भारत से शेख हसीना को गिरफ्तार कर वापस बांग्लादेश भेजने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं और शेख हसीना को वापस भेज दिया जाए.
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने शेख हसीना की बहन शेख रेहाना को भी उनके साथ वापस बांग्लादेश भेजने की मांग की.
बांग्लादेशी अखबार 'डेली स्टार' के मुताबिक, एक बयान में एएम महबूब उद्दीन खोकोन ने कहा, 'हम भारत के लोगों के साथ अच्छे रिश्ते बनाकर रखना चाहते हैं. देश से भागकर गईं शेख हसीना और शेख रेहाना को गिरफ्तार कर कृपया वापस बांग्लादेश भेज दें. शेख हसीना ने बांग्लादेश में बहुत से लोगों को मरवाया है.'
सोमवार शाम को भारत आई थीं शेख हसीना
बांग्लादेश में पिछले महीने से चल रहा छात्र आंदोलन रविवार को अचानक उग्र हो गया जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए. सोमवार को प्रदर्शनकारी ढाका की तरफ मार्च करने लगे. हिंसा के बीच शेख हसीना को आनन-फानन में देश छोड़ना पड़ा. हसीना सेना के हेलिकॉप्टर से अपनी बहन के साथ भारत के अगरत्तला में उतरीं. इसके बाद वो दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स बेस के सेफ हाउस पहुंची और फिलहाल वहीं रह रही हैं.
इस बीच शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद लगातार मीडिया से बात कर रहे हैं. उन्होंने बताया है कि लगातार चौथी बार देश की प्रधानमंत्री रह चुकीं शेख हसीना अब वापस राजनीति में नहीं लौटेंगी. हसीना ने इसी साल की शुरुआत में पांचवीं बार आम चुनाव जीत हासिल की थी.
वाजेद ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'मैंने कल उनसे (शेख हसीना से) बात की थी, वो ठीक हैं, लेकिन निराश हैं. वो इस बात को लेकर निराश हैं कि उन्होंने बांग्लादेश के लिए इतना कुछ किया और फिर भी कुछ लोग उनके खिलाफ हो गए.'
किसी देश से शरण नहीं मांग रहीं शेख हसीना
वाजेद ने उन रिपोर्टों को भी खारिज किया है जिसमें कहा जा रहा था कि शेख हसीना ने ब्रिटेन से शरण की मांग की है और वो जल्द ही लंदन जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि ये खबरें गलत हैं और उनकी मां ने किसी भी देश से शरण नहीं मांगी है.
उन्होंने कहा, 'उन्होंने ऐसा कुछ फैसला नहीं किया है. यह उनको ही तय करना है कि वो क्या करेंगी. वो अलग-अलग देशों में अपने पोते-पोतियों से मिलने आ सकती हैं. हमारा पूरा परिवार विदेशों में रहता है. ऐसे में उनकी शरण की मांग करने वाली खबरें अफवाह हैं.'
बांग्लादेश में थम नहीं रही हिंसा
बांग्लादेश की सेना ने अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की है और नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को सरकार का मुख्य सलाहकार बनाया जाएगा. बावजूद इसके बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है और हर तरफ अराजकता फैली हुई है.
प्रदर्शनकारी शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के नेताओं को निशाना बना रहे हैं. पार्टी के 20 नेताओं के शव भी बरामद किए गए हैं. देश में लूटपाट, तोड़फोड़ जारी है और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश में रह रहे हिंदू और उनके मंदिर हमले का शिकार हो रहे हैं.