
बांग्लादेश में जॉब कोटा को लेकर शुरू हुआ छात्रों का विरोध प्रदर्शन शेख हसीना सरकार के पतन के का कारण बना. उन्हें देश छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा. फिलहाल वह भारत में हैं. हसीना के देश छोड़ने के बाद देशव्यापी हिंसा में कम से कम 232 लोग मारे गए. उपद्रवियों ने हिंदुओं, उनके धार्मिक स्थलों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया. कई पुलिस थाने आगे के हवाले कर दिए गए, पुलिस वालों पर जानलेवा हमले हुए. इसके विरोध में बांग्लादेश पुलिस के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.
अब जबकि बांग्लादेश में नोबेल विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है, देश में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. बांग्लादेश में मौजूदा हालात कैसे हैं, यह जानने के लिए आजतक ग्राउंड जीरो पर पहुंचा. राजधानी ढाका में छात्रों का प्रदर्शन अब भी जारी है, लेकिन हिंसा रुक गई है. छात्र संगठनों ने चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन के इस्तीफे की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के बाहर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया. बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश को छात्रों के विरोध के सामने झुकना पड़ा और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
पुलिस की स्ट्राइक के कारण स्थानीय लोगों की मदद के लिए कॉलेज और स्कूल के युवा लड़के-लड़कियां, कैडेट कोर, स्काउट्स गाइड ट्रैफिक मैनेज कर रहे हैं. सड़कों पर ट्रैफिक सामान्य की तुलना में बहुत कम ही दिखी. लोग अभी घरों से बाहर निकलने में सहम रहे हैं. ढाका इंटरनेशनल एरयपोर्ट के बाहर और पूरे शहर में भारी संख्या में सेना की तैनाती अब भी बनी हुई है. बख्तरबंद गाड़ियां के साथ जगह-जगह चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं. सभी स्थानीय बाजारों पर सेना का पहरा है. स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय अब भी बंद हैं.
84 वर्षीय मुहम्मद यूनुस ने 8 अगस्त की रात ढाका स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान शपथ ली. इस समारोह में राजनेता, सिविल सोसायटी के लोग, जनरल और राजनयिक शामिल हुए. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में सलाहकारों की 16 सदस्यीय परिषद की घोषणा की गई, जो एक निश्चित अवधि के लिए नेतृत्व संकट से जूझ रहे बांग्लादेश में सत्ता का संचालन करेगी. अंतरिम सरकार के नेतृत्व में ही देश में आम चुनाव होंगे और नई पूर्ण कालिक सरकार का गठन होगा. मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सलाहकार परिषद में छात्र नेता नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद भी शामिल हैं, जो बांग्लादेश में हसीना सरकार और आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे थे.
सलाहकार परिषद के अन्य सदस्यों में पूर्व विदेश सचिव तौहीद हुसैन और पूर्व अटॉर्नी जनरल हसन आरिफ शामिल हैं. पर्यावरणविद् सईदा रिजवाना हसन और लेखक आसिफ नजरुल भी मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में शामिल हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस दुनिया के ऐसे 32वें शख्स हैं, जो नोबेल पुरस्कार विजेता होने के साथ राष्ट्र प्रमुख की जिम्मेदारी निभाएंगे. उनसे पहले 31 नोबेल विजेता, राष्ट्र प्रमुख की भूमिका निभा चुके हैं.