
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में पहली बार दीया जलाकर दिवाली का जश्न मनाया और उम्मीद जताई कि उनके बाद आने वाले नेता भी इस परंपरा को जारी रखेंगे. वर्ष 2009 में व्हाइट हाउस में निजी तौर पर दिवाली का जश्न मनाने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने ओवल कार्यालय में अपने प्रशासन के कुछ भारतीय-अमेरिकियों के साथ दीया जलाने के बाद इस शानदार क्षण का जिक्र फेसबुक पोस्ट में किया.
ओबामा ने कहा कि मुझे वर्ष 2009 में व्हाइट हाउस में दिवाली के जश्न की मेजबानी करने वाला पहला राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ था. मिशेल और मैं कभी नहीं भूल सकते कि भारत के लोगों ने किस तरह बांहें फैलाकर और दिल खोलकर हमारा स्वागत किया था और दिवाली पर मुंबई में हमारे साथ डांस किया था. उन्होंने व्हाइट हाउस के फेसबुक पेज पर कहा, 'इस साल, मुझे ओवल कार्यालय में पहली बार दीया जलाने का सम्मान मिला. यह दीया इस बात का प्रतीक है कि किस तरह से प्रकाश हमेशा ही अंधकार पर विजय हासिल करता आया है. मैं उम्मीद करता हूं कि भविष्य के राष्ट्रपति इस परंपरा को जारी रखेंगे.'
ओबामा ने कहा कि पूरे ओबामा परिवार की ओर से मैं आपको और आपके प्रियजन को इस दिवाली पर शांति एवं खुशियों की शुभकामनाएं देता हूं. अमेरिका और दुनियाभर में जो भी लोग रोशनी के इस त्योहार को मना रहे हैं, उन्हें दिवाली मुबारक हो. चूंकि हिंदू, जैन, सिख और बौद्ध दीया जलाते हैं, प्रार्थनाओं में इन्हें शामिल करते हैं, अपने घर सजाते हैं और प्रियजन का स्वागत करने के लिए एवं जश्न मनाने के लिए अपने द्वार खोलते हैं. हम मानते हैं कि यह दिन बुराई पर अच्छाई की और अग्यान पर ग्यान की विजय का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि यह हमारे साझा अमेरिकी अनुभव के बारे में व्यापक सत्य भी बोलता है. यह इस बात की याद दिलाता है कि जब हम मतभेदों से परे देखते हैं तो कितना कुछ संभव हो जाता है. यह उन उम्मीदों और सपनों की झलक है, जो हमें बांधती हैं. ओबामा ने कहा कि यह समय इन संबंधों को गहरा करने के साझा कर्तव्य का नवीकरण करने का है, एक दूसरे की जगह खुद को रखकर देखने का और एक दूसरे की नजर से दुनिया को देखने का और दूसरों को भाइयों एवं बहनों और साथी अमेरिकियों की तरह अपनाने का है.