
ब्रिटेन के सांसद रॉबर्ट ब्लैकमैन ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' को लेकर बीबीसी पर ही निशाना साधा है. ब्लैकमैन ने मोदी सरकार का समर्थन करते हुए कहा है इस डॉक्यूमेंट्री को अपमानजनक बताया है.
उन्होंने कहा है कि इस डॉक्यूमेंट्री में बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. ब्लैकमेक ने इसे खराब पत्रकारिता करार देते हुए यह भी कहा कि भारत में बीबीसी के दफ्तरों पर आयकर विभाग की छापेमारी का इस डॉक्यूमेंट्री से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि मैंने इस डॉक्यूमेंट्री के दोनों पार्ट्स देखें हैं और यह देखकर मेरा खून खौल गया है कि किस तरह से बिना किसी गंभीर शोध के बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. मुझे लगता है कि बीबीसी को इस तरह के आधारहीन आरोपों से दूरी बनाए रखनी चाहिए. भारत सरकार के पास पूरा अधिकार है कि वह तय करें कि देश में क्या दिखाया जाना है और क्या नहीं.
ब्रिटिश सांसद ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि भारत में बीबीसी के दफ्तरों पर आईटी की छापेमारी का इससे कोई संबंध नहीं है. बता दें कि आयकर विभाग के 15 अधिकारियों ने सोमवार और मंगलवार को बीबीसी के दिल्ली और मुंबई दफ्तरों पर छापेमारी की, जो अभी भी बदस्तूर जारी है.
सूत्रों का कहना है कि यह छापेमारी इंटरनेशनल टैक्स में गड़बड़ी को लेकर है. आयकर विभाग बीबीसी के कारोबार से संबंधित दस्तावेजों को खंगाल रही है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में भारत में बीबीसी के काम करने पर रोक लगाने की मांग की गई थी. इस याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था.